नई दिल्ली | रेलवे बोर्ड ने दिन में संचालित होने वाली ट्रेनों, जिनमें यात्रीभार कम होता है. उनके द्वितीय श्रेणी के स्लीपर कोच में सीटों को अनारक्षित कर संचालित करने का निर्णय लिया है. इसके लिए रेलवे बोर्ड ने सभी मंडल में पत्र भेजकर ऐसी ट्रेनों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया हैं ताकि उनके स्लीपर कोच में सीट्स को अनारक्षित श्रेणी में बदला जा सके.
रेलवे ने सभी मंडलों में पत्र भेजकर जारी किए निर्देश
रेलवे की तरफ से संचालित की जा रही विभिन्न ट्रेनों में द्वितीय श्रेणी के स्लीपर कोच लगाए हुए हैं और इनमें अधिकतर इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन हैं, जिनका संचालन दिन में किया जाता है. इन ट्रेनों में सेकेंड क्लास कोच लगाए गए हैं लेकिन फिर रेलवे को इनसे पर्याप्त यात्री भार नहीं मिल रहा है. इस स्थिति के चलते जनरल क्लास पैसेंजर को भी इनका लाभ नहीं मिल पा रहा है. रेलवे बोर्ड को इस बारे में यात्रियों की शिकायत भी मिली थी. जिसके बाद, अब रेलवे बोर्ड ने सभी डिविजनों को इस बाबत पत्र भेजकर अपने डिवीजन में चल रही ऐसी ट्रेनों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
यात्रियों को सीट मिलेगी और रेलवे की आय बढ़ेगी
बोर्ड के इस फैसले से जहां कम दूरी और दिन में संचालित होने वाली ट्रेनों में कोच की कमी पूरी होगी. वहीं, यात्रियों को इससे सहूलियत मिलेगी. फिलहाल, कोच रिजर्व होने से रेलवे को केवल 72 सीटों का ही किराया मिलता है और जनरल क्लास होने से इसमें रेलवे के नियम के अनुसार 120 यात्री सफर कर सकते है. हालांकि, जनरल क्लास होने से इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या कई गुना अधिक होती है और रेलवे के साथ यात्रियों का भी फायदा होता है.
जल्द तैयार होगी सूची
बोर्ड के निर्देशों के बाद जयपुर डिवीजन के सीनियर डीसीएम ने सभी डीसीएम को पत्र भेजकर अपने डिवीजन में संचालित ऐसी ट्रेनों की सूची तैयार करने को कहा है. अब रेलवे की तरफ से इन ट्रेनों की सूची तैयार की जाएगी, जिससे इन सेकेंड क्लास स्लीपर कोच को जनरल क्लास में तब्दील कर दिया जाएगा. फिलहाल, जयपुर से बयाना चलने वाली ट्रेन का इसमें आना तय है.
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