चंडीगढ़ | पंजाब और हरियाणा के किसानों का 13 फरवरी को दिल्ली कूच के ऐलान से पहले केंद्र सरकार ने नाराज किसानों को मनाने की एक और पहल की है. सेंट्रल कोऑर्डिनेशन द्वारा 12 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर- राजनीतिक) और किसान मजदूर संघर्ष कमेटी को बातचीत का न्योता भेजा गया है. इस बातचीत में केन्द्र सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और केंद्रीय राज्यमंत्री नित्यानंद राय बैठक में शामिल होंगे.
सरकार से गुस्से में किसान
दूसरी तरफ हरियाणा की मनोहर सरकार द्वारा किसानों को दिल्ली कूच से रोकने के लिए अपनाए गए हथकंडों से किसानों में भारी रोष बना हुआ है. वहीं, बातचीत का न्योता मिलने के बाद किसानों ने देर रात पंजाब सरकार के अधिकारियों से बातचीत की है और बैठक में शामिल होने पर सहमति प्रदान की है.
ये बैठक 12 फरवरी की शाम 5 बजे महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन पंजाब, सेक्टर- 26 में होगी. सीएम भगवंत मान के भी इस बैठक में शामिल होने की संभावना है.
हरियाणा में हो रही गतिविधियों से भड़के किसान
किसान नेता श्रवण सिंह पंधेर ने बताया कि पंजाब सरकार के उच्च अधिकारियों से बातचीत के दौरान किसानों ने हरियाणा सरकार द्वारा की जा रही गतिविधियों पर ऐतराज जताया है. उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने हरियाणा सरकार से ऐसे कदमों से परहेज करने को कहा है. इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाना लोकतंत्र का उल्लघंन है. केंद्र सरकार एक तरफ तो बातचीत करने के मूड में है तो वहीं दूसरी ओर हरियाणा सरकार ऐसी ओछी हरकत कर किसानों को उकसाने का काम कर रही है.
दिल्ली पहुंचने का आह्वान
श्रवण सिंह ने कहा कि सारे देश से किसानों को 13 फरवरी को दिल्ली आने का आह्वान किया गया है और ये ट्रैक्टर मार्च बिल्कुल शांतिपूर्ण रहेगा. हम तब तक दिल्ली रहेंगे जब तक केन्द्र सरकार उनकी बातों को नहीं मान लेती है.
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