हरियाणा की जेलों में बंद कैदियों की होगी मौज, अब खानें में मिलेगा चूरमा, हलवा और खीर

चंडीगढ़ | हरियाणा की जेलों में बंद कैदियों के लिए राहत भरी खबर है. प्रदेश सरकार अंग्रेजी शासनकाल से चले आ रहे जेल मैनुअल को बदल कर कैदियों के लिए अच्छे दिन लाने जा रही है. सूबे के जेल मंत्री रणजीत चौटाला ने बताया कि अब कैदियों को उनकी भूख के अनुसार, भरपेट भोजन दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने कैदियों को भरपेट भोजन के अलावा स्वादिष्ट व्यंजन जैसे खीर, चूरमा, हलवा आदि देने का फैसला लिया है.

churma dishes

रणजीत चौटाला ने कहा कि अंग्रेजों के मैनुअल के हिसाब से कैदियों को शाम साढ़े 4 बजे खाना दे दिया जाता था. उसके बाद, उन्हें बैरकों में भेज दिया जाता था क्योंकि उन समयों में जेल में बिजली की व्यवस्था नहीं होती थी. उन्होंने खुद जांच की है और सामने आया है कि यह प्रकिया अंग्रेजी शासनकाल से चली आ रही है.

रणजीत चौटाला ने बताया कि जेलों में बिजली की व्यवस्था नहीं होने की वजह से कैदियों को सूरज छिपने से पहले खाना देकर बैरकों में बंद कर दिया जाता था. इसी प्रकार पहले कैदियों को खाने में सात रोटियां मिलती थी लेकिन अब इस व्यवस्था को बदलने के लिए हमारी सरकार द्वारा जेल मैनुअल में बदलाव किया गया है.

रणजीत चौटाला ने बताया कि जेल विभाग के इस मैनुअल को बदलने की योजना को सीएम मनोहर लाल स्वीकृति प्रदान कर चुके हैं. अब कैदियों को उनकी भूख के हिसाब से रोटियां दी जाएगी. वहीं, कैदियों को सप्ताह में एक दिन 150 ग्राम वजन वाली काजू पिन्नी अथवा चूरमा तथा एक दिन डेढ़ सौ ग्राम खीर या हलवा दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस योजना को एक महीने के भीतर लागू कर दिया जाएगा.

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