खत्म हो सकता है JEE और NEET पैटर्न, CUET से इंजीनियरिंग और मेडिकल में मिलेगा एडमिशन

नई दिल्ली | विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने एक फैसला लिया है, जिसके तहत अगले शैक्षणिक वर्ष (2023-24) से इंजीनियरिंग और मेडिकल एंट्रेंस यानी जेईई और नीट को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट से मिला दिया जाएगा. हालांकि, अभी यूजीसी उन तरीकों का पता लगा रहा है जिसके जरिए इस परीक्षा को सफलापूर्वक आयोजित किया जा सकें. इसी को लेकर विशेषज्ञों की एक समिति भी बनाई जा रही है.

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शुक्रवार को यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने कहा था कि, जेईई मेन और नीट को सीयूईटी के अंतर्गत लाने पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि ऐसा करने के पीछे का कारण छात्रों पर मल्टिपल एंटरेंस एग्जाम का बोझ है, जिसे कम करने को लेकर विचार किया जा रहा है. गौरतलब है कि जेईई मेन का आयोजन देश भर के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए किया जाता है. वहीं, चिकित्सा कार्यक्रमों में प्रवेश लेने के लिए नीट की परीक्षा देनी होती है.

दो बार आयोजित किया जा सकता है CUET

यूजीसी के अध्यक्ष के अनुसार, सीयूईटी यूजी का आयोजन साल में दो बार किया जा सकता हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) को इस तरह से डिजाइन करना चाहिए जिससे छात्रों पर एग्जाम का बोझ कम हो सके. यूजीसी के अध्यक्ष ने आगे कहा कि, ”सीयूईटी के शुरू होने के बाद अब देश भर में कुल तीन प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं हैं जिसमें सीयूईटी समेत नीट और जेईई (CUET, NEET, JEE) शामिल हैं. इसमें से भी ज्यादातर छात्र कम से कम दो परीक्षाएं देते हैं और कई तो तीनों परीक्षाओं के लिए उपस्थित होते हैं.

नीट में छात्रों के पास बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री होती है तो जेईई में बायोलॉजी की जगह मैथ्स आ जाती है. ऐसे में दो विषय यहां भी कॉमन ही होते हैं, जिन्हें विभिन्न विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए सीयूईटी में भी उपयोग किया जाता है. इसलिए हम छात्रों के लिए मल्टिपल एंटरेंस एग्जाम के बजाय सिंगल एंट्रेंस एग्जाम के आयोजन पर विचार कर रहे हैं.”

अभी विचार को नहीं दिया गया अंतिम रूप

बता दें कि अभी यह केवल विचार है और इसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है. इस फैसले को अंतिम रूप देने से पहले वह यह सुनिश्चिक करना चाहते हैं कि, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) और सभी संबंधित हितधारक इसके लिए तैयार है या नहीं.

बनाई जाएगी विशेषज्ञ समिति

इसके लिए यूजीसी एक विशेषज्ञ समिति बनाएगी जिसमें मौजूदा प्रवेश परीक्षा प्रक्रियाओं की जांच की जाएगी. यूजीसी के अध्यक्ष ने कहा कि, “वे एक इंटिग्रेटिड सीयूईटी (Integrated CUET) की संभावना को भी देखेंगे जिसके लिए कई एक्सपर्ट्स और छात्रों द्वारा सुझाव दिए जाएंगे. फिर, इन सुझावों को हितधारकों की प्रतिक्रिया के लिए रखा जाएगा और प्रतिक्रिया के आधार पर ही इस विचार को अंतिम रूप दिया जाएगा.”

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