स्पेशल रिपोर्ट: हरियाणा में 15-30 सितंबर तक मनाया जाएगा आयुष्मान भारत पखवाड़ा, सभी CSC सेंटर पर मुफ़्त बनेंगे कार्ड

चंडीगढ़ । आयुष्मान भारत योजना के तीन वर्ष पूरे होने के शुभ अवसर पर आयुष्मान भारत हरियाणा स्वास्थ्य सुरक्षा प्राधिकरण की ओर से जिले में 15 से 30 सितंबर तक आयुष्मान भारत पखवाड़ा के तहत आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे. सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने बताया है कि अब तक जिले में एक लाख से ज्यादा लाभार्थियों की आयुष्मान कार्ड जारी किए जा चूके हैं. 

Aayushmaan Bharat Yojna

जिले में अभी तकरीबन 1 लाख 53 हज़ार आयुष्मान कार्ड बनवाए जाने हैं, उन्होंने बताया है कि 15 से 30 सितंबर तक जिले की प्रत्येक सीएससी सेंटर पर मुफ्त में आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे. इसके लिए लाभार्थियों को कोई शुल्क देने की आवश्यकता नहीं है. सिविल सर्जन ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सीएचसी व पीएचसी के तहत आने वाले सभी चिकित्सा अधिकारी इंचार्ज जिला आशा को- ऑर्डिनेटर, ब्लॉक आशा को- ओर्डिनेटर, तथा आशा फैसिलिटेटर व आशा वर्कर को निर्देश दिए कि वे सर्वे एसईसीसी 2011 के अनुसार आयुष्मान भारत योजना के बचे हुए 1 लाख 53 हजार लाभार्थियों को पैनल पर मौजूद नजदीकी सीएससी केंद्र पर भेजकर प्रत्येक लाभार्थी का मुफ्त आयुष्मान कार्ड बनवाए. 

उन्होंने जिले की सभी चिकित्सा संस्थाओं के चिकित्सा अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आशा वर्कर की सहायता से योजना के प्रत्येक लाभार्थी को नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पर ले जाकर आयुष्मान कार्ड बनवाया जाना सुनिश्चित करें. जिला सूचना प्रबंधक के उमेश सैनी ने बताया है कि इसके लिए सभी चिकित्सा अधिकारी इंचार्ज जिला आशा को- ऑडिटर, ब्लॉक आशा को- ऑडिनेटर तथा आशा फैसिलेटर, आशा वर्कर को जिले में बचे हुए प्रत्येक लाभार्थी की सूची उपलब्ध करवाई गई है, ताकि प्रत्येक लाभार्थी का आयुष्मान कार्ड बनवाया जा सके. 

नॉडल अधिकारी आयुष्मान भारत उप सिविल सर्जन डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार सैनी ने बताया है कि पहले योजना के लाभार्थियों से कॉमन सर्विस सेंटर पर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए 30 हज़ार शुल्क दिया जाता था, जबकि पैनल पर मौजूद सभी अस्पतालों पर आयुष्मान कार्ड निशुल्क बनाए जाते थे. अस्पतालों से दूर होने पर कोरोना वैश्विक महामारी के कारण लाभार्थियों को योजना का आयुष्मान कार्ड बनवाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने जनहित को ध्यान में रखते हुए 15 दिनों का यह विशेष पखवाड़ा मनाया जा रहा है. ताकि अधिक से अधिक लाभार्थियों के कार्ड बनवाए जा सके. और लोगों को फायदा मिल सके. 

क्या है आयुष्मान भारत योजना? 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार ने बताया है कि आयुष्मान भारत योजना में लाभार्थी को एक वर्ष में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज दिया जाता है. उन्होंने आगे बताया  कि आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड एक ऐसा कार्ड है जिसकी सहायता से देश का कोई भी व्यक्ति आयुष्मान भारत योजना में सरकारी और पैनल पर लिए नीचे अस्पतालों में अपना 5 लाख तक का मुफ्त इलाज करवा सकते है. 

क्या है आयुष्मान भारत योजना का लक्ष्य? 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना यानी आयुष्मान भारत योजना’ की घोषणा की थी. इस योजना को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर 25 सितंबर से देशभर में लागू कर दिया गया है. सरकार आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से गरीब उपेक्षित परिवार और शहरी गरीब लोगों के परिवारों को सहायता उपलब्ध कराना चाहती है. सामाजिक, आर्थिक जाति जनगणना एसईसीसी 2011 के हिसाब से ग्रामीण इलाके के 8.3 करोड़ परिवार और शहरी इलाके के 2.3 करोड़ परिवार आयुष्मान भारत योजना ABY के दायरे में आएंगे. इस तरह PM जय के दायरे में 50 करोड़ लोग आ जाएंगे. 

दरअसल आयुष्मान भारत योजना में हर परिवार को सालाना 5 लाख का मेडिकल इंश्योरेंस मिल रहा है. साल 2008 में UPA सरकार द्वारा लॉन्च राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना को भी आयुष्मान भारत योजना में मिला दिया गया है. 

ग्रामीण इलाके के लिए ABY की योग्यता

ग्रामीण इलाके में कच्चा मकान, परिवार में किसी वयस्क 16 से 59 साल का नहीं होना, परिवार की मुखिया महिला हो, परिवार में कोई दिव्याग हो, अनुसूचित जाति, जनजाति से हो और भूमिहीन व्यक्ति, दिहाड़ी मजदूर भी हो सकता है. 

इसके अलावा ग्रामीण इलाके के बेघर व्यक्ति, निराश्रित, दान व भीख मांगने वाले आदिवासी और कानूनी रूप से मुक्त बंधुआ अपने आप ही खुद आयुष्मान भारत योजना में शामिल हो जाएंगे.

शहरी इलाके के लिए ABY की योग्यता

आयुष्मान भारत योजना ABY में शामिल होने के लिए मोटे तौर पर यह योग्यता है. भिखारी, कूड़ा बीनने वाले, घरेलू कामकाज करने वाले, रेहड़ी, पटरी, दुकानदार, मोची, फेरीवाले, सड़क पर कामकाज करने वाले अन्य व्यक्ति. 

कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने वाले मजदूर, प्लंबर, राजमिस्त्री, मजदूर, पेंटर, वेल्डर, सिक्योरिटी गार्ड, कुली और भार ढोने वाले अन्य कामकाजी व्यक्ति भी शामिल हैं. 

स्वीपर, सफाईकर्मी, घरेलू काम करने वाले, एंटी क्राफ्ट का काम करने वाले लोग, टेलर, ड्राइवर, रिक्शा चालक, दुकान पर काम करने वाले लोग, आदि आयुष्मान भारत योजना में शामिल होंगे. 

ABY में अस्पताल में भर्ती की प्रक्रिया

आयुष्मान भारत योजना का लाभार्थी अस्पताल में ऐडमिट होने के लिए कोई चार्ज नहीं चुकाएगा. अस्पताल में दाखिल होने से लेकर इलाज तक का सारा खर्च योजना में सरकार देगी. आयुष्मान भारत योजना के लाभ में अस्पताल में दाखिल होने से पहले और बाद के खर्च भी कवर किए जायेंगे. पैनल में शामिल हर अस्पताल में एक आयुष्मान मित्र होगा जो मरीज की मदद करेगा और उसे अस्पताल की सुविधाएं दिलाने में मदद करेगा. 

अस्पताल में एक हेल्प डेस्क भी होगा जो दस्तावेज चेक करके स्कीम में नामांकन के लिए वेरिफिकेशन में मदद करेगा. आयुष्मान भारत योजना में शामिल व्यक्ति देश के किसी भी सरकारी पैनल में शामिल निजी अस्पताल में इलाज करा सकेंगे.

क्या-क्या है इस योजना में शामिल? 

आयुष्मान भारत योजना में तकरीबन हर बीमारी के लिए चिकित्सा और अस्पताल में दाखिल होने का खर्च कवर है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने आयुष्मान भारत योजना में 1354 पैकेज शामिल किए हैं. इसमें कोरोनरी बायपास, घुटना बदलना और स्टंट डालने जैसे इलाज शामिल है.आयुष्मान भारत योजना मैं इलाज का खर्च केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना सिर्फ 15 से 20 फीसदी कम है.

लाभार्थी की योग्यता क्या है?

आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए कोई औपचारिक प्रक्रिया नहीं है. एक बार योग्य होने पर आप सीधे इलाज करा सकते हैं. सरकार द्वारा चिन्हित परिवारों के लोग इस योजना में शामिल हो सकते हैं. केंद्र सरकार सभी राज्य सरकार और इलाके की अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ इस योजना के लिहाज से योग परिवार की जानकारी साझा करेगी. उसके बाद इन परिवारों को एक फैमिली आइडेंटिफिकेशन नंबर मिलेंगे. लिस्ट में शामिल लोग ही आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठा सकते हैं. 

साथ ही जिन लोगों के पास 28 फरवरी तक का राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना कार्ड होगा वो भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठा सकते हैं.

किस अस्पताल में होगा ABY में इलाज? 

सभी सरकारी अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी इलाज करा सकते हैं. इसके साथ ही सरकार के पैनल में शामिल निजी अस्पताल में भी आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी इलाज करा सकते हैं. पैनल में शामिल होने के लिए निजी अस्पताल में कम से कम 10 बैठे और इसे बढ़ाने की क्षमता होनी चाहिए. लाभार्थी सरकार द्वारा एफबीआई के लिए जारी हेल्पलाइन नंबर भी कॉल कर सकते हैं 14555. 

आयुष्मान भारत योजना का लाभ कैसे लें? 

(1) स्वास्थ्य बीमा के पैनल में शामिल किसी भी अस्पताल से ABY में बिना पैसे दिए ( कैशलेस ) इलाज हो रहा है. 

(2) योजना के तहत कसौटी पर खरे उतरने वाले निजी अस्पताल ऑनलाइन पैनल में रखे गए हैं.

(3) इस योजना के तहत देश के किसी भी अस्पताल में इलाज कराया जा सकता है. 

(4) आयुष्मान भारत योजना ABY के लिए नीति आयोग कैशलेस या पेपरलेस इलाज के लिए आईटी फ्रेमवर्क विकसित कर चुका है. 

आयुष्मान भारत योजना पर अमल कैसे होगा? 

राष्ट्रीय स्तर पर आयुष्मान भारत योजना ABY को राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन देख रही है. राज्य स्तर पर इस योजना की जिम्मेदारी प्रदेश स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के पास है.

ABY पर खर्च होने वाली रकम? 

(1) आयुष्मान भारत योजना के तहत आने वाला खर्चा केंद्र व राज्य सरकार मिलकर बांट रहे हैं. 

(2) ABY में राज्य की हिस्सेदारी बहुत ही जरूरी है. 

(3) राज्य की स्वास्थ्य एजेंसी को केंद्र सरकार सीधे तौर पर पैसे भेज रही है. 

(4) आयुष्मान भारत योजना की अनुमानित लागत लगभग 12 हज़ार करोड़ रुपये है.

गौरतलब है देश में वंचित तबके यानी गरीब लोगों के लिए आयुष्मान भारत योजना रामबाण साबित हो सकती है. भारत सरकार का मानना है कि 5 लाख रुपये का हेल्थ इंश्योरेंस सुविधा से देश की बड़ी आबादी की स्वास्थ्य समस्या दूर हो सकती है.

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