भिवानी पहाड़ दरकने मामले में पहली FIR दर्ज, मृतक के भाई की शिकायत पर दर्ज हुआ केस, DGMS टीम की जाँच शुरू

भिवानी ।  बीते दिनों हरियाणा के भिवानी (Bhiwani) में एक बड़ा हादसा हुआ. जहां खनन इलाके में पहाड़ धंसने से यहाँ मलबे में दबने से 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी. इसके साथ ही कई लोगो और वाहनों के मलबे में दबे होने की आशंका के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था. इसी बीच खनन से पहाड़ दरकने के मामले में अब सोमवार को पुलिस ने पहली FIR दर्ज की है. बताया जा रहा है पुलिस ने मृतक तूफान सिंह के भाई के बयान के आधार पर केस दर्ज किया है.

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जानकारी के लिए बता दें अबतक भिवानी डाडम हादसे में राहत कार्य जारी है. वही तीन दिन बीत जाने के बाद भी शवों के मिलने का सिलसिला जारी है. मलबे में से अभीतक 7 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है. जिसमें से 5 लोग मृत पाए गए हैं. भिवानी पुलिस के अनुसार, मृतक तूफान सिंह के भाई मिथुन शर्मा निवासी बिहार के बयान के आधार पर पुलिस ने IPC 304 A के तहत गोवर्धन माइन्स के खिलाफ केस दर्ज किया है.

मृतक के भाई ने दिया बयान

बताया जा रहा है मिथुन कटिहार बिहार के हथनपुर गांव का निवासी है. मिथुन के अनुसार उसके भाई तूफान सिंह ने उसे 1 जनवरी को सुबह छह बजे फोन पर बताया था कि उसे जबरदस्ती पहाड़ में काम करने के लिए भेजा जा रहा है और ये पहाड़ कभी भी गिर सकता है. और यहां पर सुरक्षा का भी कोई प्रबन्ध नहीं है. तूफान के अनुसार उसके मना करने के बावजूद भी मुझसे मशीन चलवाई गई और जब उसने इस बारे में खनन कम्पनी व खनन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी गई, लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नहीं की गई.

मृतक के भाई मिथुन शर्मा के अनुसार उसे उसी दिन 1 जनवरी दोपहर 1 बजे सूचना मिली की मेरे भाई तूफान की गोवर्धन माईस में मशीन चलाते समय पत्थर गिरने से चोट लगी है. लेकिन जब मैंने वहां आकर देखा तो मेरे भाई तूफान की पहाड़ में दबने से मौत हो गई थी. बताया गया इस हादसे में उसके भाई व तीन-चार अन्य लोगों की मौत पहाड़ के नीचे दबने से हुई. जो कि खनन कम्पनी की लापरवाही की वजह से हुई है.

वहीं इस मामले में खनन विभाग के एक अधिकारी के सस्पेंड होने की सूचना है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है. वही अब इस मामले में पुलिस ने लापरवाही का केस दर्ज किया है. दूसरी तरफ प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार अभी तक हादसे की मुख्य एफआईआर दर्ज होना बाकि है. जो कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर दर्ज होगी. हादसे के बारे में डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ माइन सेफ्टी (DGMS) गाजियाबाद की टीम ने हादसे की जांच के लिए सोमवार को पूरे खनन एरिया का निरीक्षण किया. अब इस मामले में पूरे तथ्यों की जाँच कर बताया जायेगा कि इस पूरे मामले में किसकी कितनी बड़ी लापरवाही रही.

 

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