हरियाणा का मुर्रा भैंस बना करोड़पति, जानिए कैसे भैंस बना ‘ब्रांड’

जींद । हरियाणा के मुर्रा भैंसे आज दुनियाभर में लोकप्रिय हो चुके है. इस नस्ल के भैंसो के दीवाने हर जगह है. अब आप सोच रहे होगे की इसकी वजह क्या है? इन भैंसो के लोकप्रिया होने की वदह इनकी सुंदरता और इनके वीर्य की गुणवत्ता है. हाल ही में हरियाणा के जींद में ऐसी ही एक भैंसे ने हिमाचल प्रदेश में एक राष्ट्रीय खिताब जीता है. इस भैंसे का नाम है रुश्तम, जिसकी लोकप्रियता ने बाकी सभी फेमस भैसों को पीछे छोड़ दिया है. जानकारी के मुताबिक रुश्तम की कीमत 11 करोड़ रुपए लगाई गई है. एक भैंसे की इतनी किमत सुनकर आप यकिनन चौंक गए होगे लेकिन भैंसे की इतनी ऊंची कीमत का यह कोई पहला मामला नहीं है, एक बार सुल्तान नाम के भैंसे की भी 21 करोड़ रुपये कीमत दी जा रही थी, हालांकि उसके मालिक ने उसे बेचने से साफ मना कर दिया था.

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हरियाण का मुर्रा भैंस बना ब्रांड

हरियाणा पशुपालकों के लिए मुर्रा भैंसे की कीमत किसी सोने से कम नहीं हैं. मुर्रा भैंसे का वीर्य इतनी उच्च गुणवत्ता वाला है, जिसकी डिमांड कभी कम नहीं होती. आज की तारीख में हरियाणा मुर्रा भैंस और भैसों के लिए दुनिया भर में मशहूर हो चुका है. कुछ भैंसे अपने आप में एक ब्रांड बन चुके हैं. सूत्रों की माने तो हाल ही में एक मुर्रा भैंसा हरियाणा में 11 करोड़ रुपये में बिका है, हालांकि इस दावे की पुरी तरह से पुष्टि नहीं की गई है. हाल ही में इसी तरह से रुश्तम नाम का एक भैंसा खूब लोकप्रिय हुआ है. रुश्तम के बारे में बताया जाए तो वो खूबसूरती और उच्च गुणवत्ता वाले वीर्य की वजह से चर्चित है.

रुश्तम ने जीता 5 लाख रुपए का पुरस्कार

रुश्तम के मालिक का नाम दलेल सिंह है और वो हरियाणा के जींद जिले में गतौली गांव का रहने वाला हैं. पिछले 18 दिसंबर को रुश्तम ने हिमाचल प्रदेश के सोलन में आयोजित पशु मेले में विभिन्न मापदंडों पर कई भैंसों को हराकर चैंपियनशिप हासिल की थी. 9 साल का ये खूबसूरत रुश्तम 15 फीट लंबा और करीब 6 फीट ऊंचा है. इसे विजेता घोषित होने पर ‘कृषक रत्न’ सम्मान के साथ 5 लाख रुपये के पुरस्कार दिया गया.

रुश्तम के मालिक दलेल सिंह के मुताबिक यह करीब 5 मिली लीटर शुक्राणु पैदा करता है, जिसे तीन बार निकाला जा सकता है. यह प्रक्रिया हर तीन महीने में 15 दिनों तक के लिए चलती है. इसके शुक्राणु के एक शॉट से 400 स्ट्रॉ तैयार होते हैं, जो 400 रुपये प्रति स्ट्रॉ के हिसाब से बिकते हैं. यानी इस तरह से यह हर तीन महीने में ये 10 हजार शॉट उत्पादित करता है. अपनी खूबसूरती के लिए अब यह हिमाचल से हरियाणा तक लोकप्रिय हो चुका है.

रुश्तम के मालिक के अनुसार इसकी खुराक में रोजाना 8 लीटर दूध, 100 ग्राम बादाम, 3.5 किलो गाजर, 300 ग्राम देसी घी, 3 किलो चना, आधा किलो मेथी के अलावा उसका बाका का चारा शामिल होता है. इस भैंसे को हर दिन सुबह-शाम 2 से 3 किलो मीटर टहलाया जाता है. इसके मालिक की माने तो रुश्तम 26 राष्ट्रीय चैंपियनशिप के अलावा, 6 अंतरराष्ट्रीय खिताब भी जीत चुका है. उनका सबसे बड़ा दावा है कि रुस्तम अब तक 50 हजार बछड़ों का पिता बन चुका है.

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