किसान आंदोलन: करनाल में आज किसानों की महापंचायत, लाठीचार्ज पर होगी आगे की रणनीति तैयार 

करनाल । करनाल जिले के कस्बा घरौंडा में आज किसानों की महापंचायत आयोजित होगी. महांपचायत 11 बजे से शुरू होगी. इसकी अध्यक्षता गुरनाम सिंह चढ़ूनी करेंगे. महापंचायत में किसान संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी विशेष रूप से हिस्सा लेंगे. प्रदेश के 17 किसान संगठन भी महापंचायत में पहुंचकर अपने विचार रखेंगे.

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महापंचायत में 28 अगस्त को बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में आगामी रणनीति तैयार की जाएगी. महापंचायत को लेकर किसान रातभर तैयारी में जुटे रहे. अनाज मंडी में किसानों के पहुंचने, वाहनों की पार्किंग, पीने के पानी, बैठने की व्यवस्था से लेकर खाने-पीने का भी प्रबंध किया जा रहा है. प्रदेशभर से 10 हजार से ज्यादा किसानों के पहुंचने की उम्मीद है.

रात को करवाई थी सफाई 

भाकियू जिलाध्यक्ष अजय राणा, शहरी ब्लॉक घरौंडा अध्यक्ष चरणजीत थब्बल, हल्का प्रधान राममेहर, सुनील पुनिया उपप्रधान, दलबीर संधू महासचिव, RK पुनिया, JP शेखपुरा, हेप्पी ओलख ने बताया कि अनाज मंडी घरौंडा के शैड नंबर 1 के नीचे पंडाल तैयार किया है. यहां पर रात से ही सभी किसान तैयारियों में लगे हुए हैं. रात को सफाई के बाद सुबह मैट बिछाए गए थे. 

टोल पर तैयार हो रहा है खाना

किसान संगठनों ने बसताड़ा टोल पर सुबह 5 बजे ही खाना बनाने की तैयारी कर दी थी. आज 10 हजार लोगों का खाना तैयार किया जा रहा है. सभा के समाप्त होने से पहले खाना खिलाने की व्यवस्था कहां करनी है, ये तय हो जाएगा.  

CID, IB वाले ले रहे हैं जानकारी

किसान संगठनों से CID, IB वाले लगातार जानकारी ले रहे हैं. बाइक राइडर हर 10 मिनट बाद जानकारी लेकर और माहौल देखकर वापस जा रही है. 

टोल पर हुआ था लाठीचार्ज

28 अगस्त को पंचायती चुनाव को लेकर भाजपा की संगठनात्मक मीटिंग का आयोजन करनाल में किया गया था. उस दौरान किसी भी रास्ते से शहर में प्रवेश करने पर पाबंदी थी. किसानों ने भाजपा नेताओं को काले झंडे दिखाकर विरोध जताने की तैयारी की थी. इसके लिए वे शहर में आना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें घुसने नहीं दिया था. 

ऐसे में आंदोलन के किसानों ने टोल से ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष OP धनखड़ को काले झंडे दिखाए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. कुछ समय के बाद दूसरे नेताओं का विरोध जताने के लिए किसानों ने टोल की क्रॉसिंग पर जाम लगा दिया. ऐसा करने पर पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया. बचने के लिए किसान खेतों में भाग गए. 

पुलिस के जवानों ने खेतों में किसानों का पीछा किया और लाठी-डंडों से पिटाई की. लाठीचार्ज की सूचना के बाद दूसरे किसान वहां जल्द पहुंच गए तो पुलिस ने फिर से लाठीचार्ज किया. इस तरह से 4 बार किसानों के ऊपर लाठीचार्ज हुआ. पुलिस दर्जनों किसानों को हिरासत में लेकर चली गई. इसके बाद माहौल गरमा गया.

गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने विरोध जताते हुए पूरे प्रदेश में किसानों से अपील करके जाम लगवा दिया. जब तक किसानों को रिहा नहीं किया गया, तब तक किसानों ने प्रदेशभर में लगाए जामों को नहीं खोला, लेकिन अभी मामला ठंडा नहीं हुआ है. महापंचायत में कई अहम फैसले लिए जाने की संभावना है, जिसका असर देशभर में देखने को मिलेगा. 

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