1500 फुट तक बोर पर भी नहीं निकलता पानी, अब युवाओं ने शुरू की नई पहल

महेन्द्रगढ़ | हरियाणा- राजस्थान बॉर्डर पर स्थित महेन्द्रगढ़ जिले के सात गांवों में पानी की समस्या विकराल रूप ले चुकी हैं. इस समस्या के समाधान के लिए गांवों के युवा साथियों ने एक नई पहल शुरू की है. गांव पाल, खेड़की, निहालावास, पल्ह, बैरावास, गड़ानिया व दुलोठ के सैकड़ों युवा इस नई मुहिम को लेकर बाबा गुप्तनाथ आश्रम पल्ह में आयोजित हुई पंचायत में इकट्ठा हुए.

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पंचायत में गांवों के युवाओं ने संयुक्त रूप से बताया कि हमारे गांवों के जल स्तर की स्थिति बाकी अन्य गांवों से अलग है. यहां की जमीन में 1500 फुट तक बोर करने के बाद भी पानी नहीं निकलता और किसान लाखों रुपए के कर्ज के बोझ तले दब जाता है. अब तो यह समस्या इतनी बढ़ गई है कि पीने के पानी के लिए भी टैंकरों का सहारा लेना पड़ रहा है. इस अवसर पर युवाओं ने कहा कि गांवों में नहरें तो बनीं हुईं है लेकिन उनमें पानी ना के बराबर ही आता है. सालों पहले विभाग द्वारा जो जोहड़ खोदे गए थे, उनमें भी पानी नहीं भरा जाता है.

युवाओं ने कहा कि वे बुजुर्गों की अगुवाई में इस समस्या के समाधान के लिए मजबूती से लड़ेंगे और किसी भी तरह का राजनीतिक हस्तक्षेप मान्य नहीं होगा. अगर कोई समाजसेवी हमारी मुहिम में मदद के लिए हाथ बढ़ाता है तो उसका स्वागत किया जाएगा. युवाओं ने कहा कि कमेटी बनाकर सभी को अलग-अलग काम दिया जाएगा जैसे हर बार नहरी पानी का रिकॉर्ड रखना, अधिकारियों से संपर्क रखना आदि.

बैठक में पहुंचे श्री सुंडाराम ट्रस्ट के प्रधान संदीप ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य इन गांवों के युवाओं को जागरूक करना व उनको मुहिम में शामिल करना है. वो भी गांवों के युवाओं को बराबर सहयोग देते रहेंगे. सभी की सहमति से अब अगली बैठक बुधवार को पाल गांव के मंदिर में शाम पांच बजे आयोजित की जाएगी. इस दौरान बैठक में सुनील पल्ह, सचिन बैरावास, विजय गड़ानिया, हरेंद्र,मनोज, प्रमोद , प्रवीण, मास्टर हेमंत आदि मौजूद रहे.

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