अब सोनीपत की दिल्ली मेट्रो से होगी सीधी कनेक्टिविटी, DPR जल्द; इस दिन से शुरू होगा कार्य

सोनीपत | दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन को रिठाला से बवाना, नरेला होते हुए सोनीपत के नाथूपुर तक बढ़ाने की परियोजना को केंद्र सरकार की मंजूरी का इंतजार है. जून 2023 में डीएमआरसी ने कहा था कि वह 2- 3 महीने में इस रूट की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर सौंप देगी. तब से यह प्रोजेक्ट फाइलों में दबकर रह गया है.

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अब जब सोनीपत विधायक सुरेंद्र पंवार ने विधानसभा में इस मेट्रो रूट के बारे में जानकारी मांगी तो प्रदेश से लेकर केंद्र तक इसके निर्माण को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. DMRC के अधिकारियों ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय से अप्रूवल अपडेट कर जल्द ही डीपीआर फाइनल करने की जानकारी दी है.

मेट्रो से सोनीपत को होगा फायदा

रिठाला- नाथूपुर लाइन के निर्माण से बाहरी दिल्ली के बड़े हिस्से समेत सोनीपत जिले को सीधा फायदा होगा. दिल्ली, गुरुग्राम, फ़रीदाबाद और नोएडा से सीधी कनेक्टिविटी होगी. NH 44 के रास्ते उत्तरी हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और जम्मू कश्मीर के यात्रियों को भी दिल्ली में प्रवेश करने से पहले ही मेट्रो की सुविधा मिल जाएगी और उन्हें दिल्ली के अंदरूनी गंतव्य तक पहुंचने में आधे से 1 घंटे का फायदा होगा. अभी लोगों को मेट्रो नेटवर्क के लिए जहांगीरपुर मेट्रो स्टेशन जाना पड़ता है और मुकरबा चौक से जीटी रोड पर जाम में फंसना पड़ता है.

मेट्रो सुविधा से बच जाएगा समय

दिल्ली से सटे इलाके में सोनीपत एकमात्र ऐसा शहर है, जहां मेट्रो की सुविधा नहीं है. हरियाणा में बहादुरगढ़, गुरुग्राम, फ़रीदाबाद और नोएडा और गाजियाबाद तक मेट्रो लाइनें है. ऐसे में अगर सोनीपत तक मेट्रो पहुंचती है तो 5 लाख से ज्यादा आबादी को सीधा फायदा होगा क्योंकि जिले का बड़ा हिस्सा नरेला और बवाना से सटा हुआ है. इसमें खरखौदा और राई ब्लॉक के 50 से अधिक गांव शामिल हैं.

ये होंगे स्टेशन

रिठाला, रोहिणी सेक्टर 25, सेक्टर 26, सेक्टर 31, सेक्टर 32, सेक्टर 36, बरवाला, सेक्टर 35, सेक्टर 34, बवाना औद्योगिक क्षेत्र 1 सेक्टर 3, 4, बवाना औद्योगिक क्षेत्र 1 सेक्टर 1, 2, बवाना जेजे कॉलोनी, सनोथ, न्यू सनोथ, डिपो स्टेशन, भोरगढ़ गांव, अनाज मंडी नरेला, नरेला DDA स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, नरेला, नरेला सेक्टर 5, कुंडली और नाथूपुर.

2018 में हुआ था अध्ययन

वर्ष 2018 में डीएमआरसी की ओर से स्थलाकृतिक एवं यातायात सर्वेक्षण कराया गया था. पर्यावरण पर प्रभाव का आकलन करने के लिए 1 अध्ययन भी किया गया. केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने तकनीकी खामियां बताते हुए इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया था और दोबारा सर्वे कराने को कहा था. बाद में कोरोना महामारी के कारण प्रोजेक्ट अटक गया. इस साल जून में दोबारा इस पर काम शुरू किया गया.

सोनीपत को होगा ये फायदा

  • 5 किमी सोनीपत क्षेत्र में मेट्रो रूट होगा.
  • 2 स्टेशन कुंडली और नाथूपुर सोनीपत में होंगे.
  • बाहरी दिल्ली के बवाना, नरेला, नांगलाई और नजफगढ़ जाने में कम समय लगेगा.
  • औद्योगिक क्षेत्र में काम करने के लिए दिल्ली से आने वाले 20 हजार से अधिक श्रमिकों को कम समय लगेगा.
  • दैनिक यात्रियों को दिल्ली के जाम से राहत और समय पर ऑफिस पहुंचेंगे.
  • दिल्ली के कॉलेजों में पढ़ने वाले 10 से 12 हजार छात्रों की राह आसान हो जाएगी.
  • 27.319 किमी रिठाला- नाथूपुर मेट्रो कॉरिडोर
    पहले दिन 30 हजार यात्रियों के सफर करने की उम्मीद है.
  • इसमें 22 स्टेशन होंगे, जिनमें से एक भूमिगत और 21 एलिवेटेड स्टेशन प्रस्तावित हैं.
  • दिल्ली और एनसीआर शहरों से सीधी कनेक्टिविटी
  • आईजीआई एयरपोर्ट तक पहुंचना आसान हो जाएगा.

अधिकारी ने कही ये बात

रिठाला- नरेला- नाथूपुर परियोजना का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जा चुका है, लेकिन अभी मंजूरी का इंतजार है. सर्वे का काम पहले ही पूरा हो चुका है. केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद आगे का काम शुरू किया जाएगा- तोमोजीत भट्टाचार्य, प्रवक्ता, डीएमआरसी

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