खूंखार कुत्तों के हमले में गई 63 भेड़ों की जान, DJ की आवाज में दब गई चीख-पुकार

इंद्री । हरियाणा के करनाल जिलें से एक बेहद ही दर्दनाक खबर सामने आई है. यहां इंद्री हल्के के गांव कलरी नन्हेड़ा में बाड़े में खड़ी भेड़ों पर आवारा कुत्तों का आतंक देखने को मिला. इन कुत्तों ने हमला कर 63 भेड़ों को मौत के घाट उतार दिया जबकि कई भेड़ों को बूरी तरह से जख्मी कर दिया है. इस घटना से गांव में दहशत फ़ैल गई.

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भेड़ों के मालिक बंसीलाल ने बताया कि भेड़ों के बाड़े के नजदीक शादी का टेंट लगा हुआ था और डीजे बज रहा था. इस दौरान वह खाना खाने के लिए घर चला गया और पीछे से खूंखार कुत्तों ने भेड़ों पर धावा बोल दिया. अचानक से हुएं हमले से घबराई भेड़ों ने इधर-उधर भागकर अपनी जान बचाने की कोशिश की लेकिन कुत्तों ने उन्हें दबोच लिया. बाड़े में कुछ गर्भवती भेड़ें थी और कुछ बच्चे भी थे. बाड़े के समीप ही डीजे बज रहा था तो भेड़ों की चीख-पुकार की आवाज किसी को भी सुनाई नहीं दी वरना भेड़ों को बचाया जा सकता था.

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बंसीलाल ने बताया कि जब वह खाना खाकर लौटा तो बाड़े की हालात देखकर हैरान रह गया. आंखों के सामने भेड़ों की लाशे पड़ी हुई थी. इसके बाद उसने अपने परिजनों को वहां बुलाया. गांव में खबर फैलते ही ग्रामीण भी बाड़े की तरफ दौड़ पड़े और इस दौरान किसी ने इस मामले को लेकर पुलिस को सूचना दी. वहीं हमले की सूचना मिलते ही इंद्री पशुपालन विभाग के डाक्टरों की टीम घटनास्थल पर पहुंची और भेड़ों का मौका मुआयना कर पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया शुरू की.

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पोस्टमार्टम के बाद मृतक भेड़ों को गांव से दूर एक गहरे गड्ढे में दबा दिया गया. पशुपालन विभाग के इंद्री के एसडीओ नरेंद्र कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद भेड़ों को गड्ढे में दबा दिया गया है. उन्होंने कहा कि आगामी कार्रवाई अमल में लाने के लिए रिपोर्ट बनाकर जिला उपायुक्त को भेजी जाएगी ताकि पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद की जा सकें.

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वहीं इस घटना को लेकर ग्रामीणों ने कहा कि बंसीलाल के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है. उसने ब्याज पर पैसे लेकर भेड़ें पालना शुरू किया था. भेड़ पालन के सहारे ही उसके परिवार की रोजी-रोटी चल रही थी. ऐसे में भेड़ों के मर जाने से इस परिवार का आय का साधन छीन गया है. ऐसे में सरकार से गुजारिश है कि इस परिवार की आर्थिक मदद की जानी चाहिए.

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