हरियाणा के किसानों के लिए खुशखबरी: अब धान की खेती ना करने पर मिलेंगे 7 हजार रूपये, जानें आवेदन का तरीका

चंडीगढ़ | हरियाणा के किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है. सीएम मनोहर लाल खट्टर ने किसानों को बड़ी राहत दी है. बता दें कि जो किसान ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना के तहत धान के अलावा कोई भी खरीफ फसल बोएगा, साथ ही अगर वह कुछ भी नहीं बोता है और खेत को खाली छोड़ देता है तो उसे प्रति एकड़ 7 हजार रुपये मिलेंगे. बस इसके लिए आपको धान की खेती छोड़नी होगी.

peddy dhan

सरकार और किसान आमने-सामने

हरियाणा सरकार के मुताबिक धान की खेती से ज्यादा पानी का दोहन होता है. इसके लिए यह योजना पिछले तीन साल से शुरू की जा रही है. तब से अब दो योजना के अनुसार रकबा भी दोगुना हो गया है. लेकिन किसान इसे खरीफ में धान की फसल के लिए ही लाभदायक पा रहा है. ऐसे में सरकार और किसान दोनों आमने-सामने हैं. किसान भी योजना का लाभ उठा रहे हैं और धान का रकबा साल दर साल बढ़ रहा है.

पिछले तीन साल में रकबा 20 हजार हेक्टेयर बढ़ा है. वैसे इस बार केंद्र सरकार द्वारा तय समर्थन मूल्य पर फसल खरीदने के लिए सरकारी गारंटी भी शामिल है. राज्य सरकार ने एक लाख एकड़ में धान की जगह दूसरी फसल लेने का लक्ष्य रखा है. जिसमें से 10 हजार 796 का रकबा अकेले फतेहाबाद जिले का शामिल किया गया है. जो पिछले साल 7 हजार 112 एकड़ थी. एक साल में सरकार ने क्षेत्रफल में 3684 एकड़ की वृद्धि की.

एक किस्त में जारी होंगे रूपये

पिछले साल इस योजना के लाभार्थी किसानों को दो किश्तों में राशि जारी की गई थी, लेकिन इस बार एक किश्त में रूपये जारी होंगे. बता दें कि पैसे 15 अगस्त को एडीए और एचडीओ की देखरेख में गठित कमेटी जिसमें पटवारी, नंबरदार और संबंधित किसान को शामिल किया गया है. इस समिति की रिपोर्ट के बाद तत्काल रूपये जारी किए जाएंगे.

जून अंतिम तक चलेगी ये योजना

“मेरा पानी मेरी विरासत योजना” का लाभ लेने के लिए किसान को मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा. इस योजना का लाभ लेने का विकल्प मिलेगा. फसल पंजीकरण पोर्टल पिछले सप्ताह से शुरू हो गया है. जो अगले 30 जून तक जारी रहेगा. इस दौरान कोई भी किसान जो धान, कपास, मक्का, मूंग, मोठ, उड़द, अरहर, ग्वार, सोयाबीन, तिल, अरंडी, मूंगफली, खरीफ प्याज के अलावा खरीफ सब्जियों के साथ चारा बोता है उसे भी योजना का लाभ मिलेगा. पिछले साल भी धान की खेती हुई थी। इस बार भी किसान को इस योजना का लाभ मिलेगा चाहे वह खेत खाली रखना चाहता है. इसके लिए आपको बस जरूरी रजिस्ट्रेशन करना होगा.

ऐसे जारी होंगे पैसे

उप निदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी डॉक्टर राजेश सिहाग ने कहा है कि
सरकार की यह सबसे अच्छी योजना. इस बार जिले में 10 हजार 796 एकड़ का लक्ष्य दिया गया है. जो किसान इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं वे 30 जून तक मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराएं. इसके बाद गठित टीम निरीक्षण करेगी। उसके बाद रुपये किसान के खाते में जारी कर दिए जाएंगे.

ये है फसल टारगेट

मक्का 258, कपास 9000, दलहन 50, तिलहन 50, हरा चारा व अन्य 500, खरीफ प्याज और सब्जियां 938….कुल 10796

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