हरियाणा आर्बिटल रेल कॉरिडोर से सूबे के उद्योगों को मिलेगी नई संजीवनी, इन जगहों पर बनेंगे स्टेशन

चंडीगढ़ | हरियाणा की मनोहर सरकार न केवल सड़क बल्कि रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने की दिशा में भी बड़ी तेजी से आगे बढ़ रही है. इसी कड़ी में हरियाणा आर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा होने पर प्रदेश में विकास का एक नया आयाम स्थापित होगा. यह रेल कॉरिडोर राज्य के प्रमुख औद्योगिक नगर IMT मानेसर न केवल समीप से गुजरेगा बल्कि देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी के प्लांट से महज 200 मीटर की दूरी से गुजरेगा.

Railway Station

सड़कों से हटेगा ट्रैफिक लोड

मारुति सुजुकी प्लांट से महज 200 मीटर की दूरी होने पर गाड़ियां सीधी मालगाड़ियों में लोड हो जाएगी. वर्तमान में 5 km दूर गाड़ियां लोड की जा रही है. ऐसे में नजदीक ही गाडियां लोड होने से न केवल सड़कों से ट्रैफिक दबाव कम होगा बल्कि भारी मात्रा में डीजल की भी बचत होगी और साथ ही प्रदुषण का स्तर भी कम होगा.

इन जगहों पर बनेंगे स्टेशन

हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (HRIDC) द्वारा पलवल- मानेसर- सोनीपत के बीच हरियाणा आर्बिटल रेल कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है. कॉरिडोर पर सोनीपत की ओर से तुर्कपुर, खरखौदा, जसौर खेड़ी, मांडौठी, बादली, देवरखाना, बाढ़सा, न्यू पातली, पचगांव, IMT मानेसर, चंदला डूंगरवास, धूलावट, सोहना, सिलानी और न्यू पलवल में स्टेशन बनाए जाएंगे.

यह रेल कॉरिडोर कुंडली- मानेसर- पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे के साथ-साथ बनाया जा रहा है. मारुति सुजुकी के तीन प्लांट मानेसर में चल रहे हैं, जबकि खरखौदा में एक प्लांट बन रहा है. आने वाले समय में वहां तीन प्लांट बनाए जाएंगे. सभी प्लांट के नजदीक से कॉरिडोर गुजरेगा.

ऐसे में प्लांट की रेल कॉरिडोर से नजदीकी का फायदा यह होगा कि गाडियां सीधे मालगाड़ियों में लोड हो जाएगी. यही नहीं डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से पृथला और तावड़ू में जुड़ेगा. इससे कारें मुंबई से लेकर देश के किसी भी हिस्से में कम से कम समय में पहुंच जाएंगी.

2025 तक काम पूरा होने की उम्मीद

इस रेल कॉरिडोर के माध्यम से रोज़ाना 5 करोड़ टन माल ढुलाई मालगाड़ियों के जरिए हो सकेगी. इस कॉरिडोर पर 160 km प्रति घंटा की रफ्तार से रेलगाड़ियां सफर करेगी. कॉरिडोर पर दो टनल का निर्माण होगा और निर्माण इस तरह किया जाएगा कि डबल स्टेक कंटेनर भी निकल सकें. दोनों टनल (अप- डाउन) की लंबाई 4.7 किलोमीटर, ऊंचाई 11 मीटर और चौड़ाई 10 मीटर होगी.

5 जिलों को सीधा लाभ

पलवल रेलवे स्टेशन से लेकर सोनीपत में हरसाना कलां रेलवे स्टेशन तक प्रोजेक्ट की कुल लंबाई 126 किलोमीटर होगी और इसके निर्माण पर 5,618 करोड़ रूपए की अनुमानित राशि खर्च होगी. इस प्रोजेक्ट से सीधे तौर पर पांच जिलों पलवल, गुरुग्राम, नूंह, झज्जर एवं सोनीपत को ज़बरदस्त लाभ पहुंचेगा.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!