CBSE Exam 2021: शिक्षकों पर हो सकती है कार्यवाही, जानें क्या है पूरा मामला

नई दिल्ली | सीबीएसई (CBSE) बोर्ड ने 10 वीं और 12 वीं बोर्ड की परीक्षा 202 के समय पर शिक्षकों को प्रश्न पत्र पढ़ने या उसकी फोटो लेने से सख़्त मना किया है. ऐसे में अगर कोई भी शिक्षक बोर्ड परीक्षा के समय पर प्रश्न पत्र पढ़ते हैं या फोटो लेकर वाट्सअप आदि जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर करते हुए पया जाता है तो ऐसी परिस्थिति में शिक्षक और स्कूल दोनों पर ही सख़्त कार्रवाई की जा सकती है.

CBSE

निर्धारित किए गए नियमों के अंतर्गत होगी कार्यवाही

यह बात सीबीएसई (CBSE) बोर्ड द्वारा स्पष्ट रूप से कह दी गई है. सीबीएसई बोर्ड ने सभी स्कूलों को इस मामले में पूर्ण रूप से जानकारी दे दी है. प्रश्न पत्र के साथ किसी भी तरह की विसंगति करने पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है. ऐसे में सीबीएसई बोर्ड के एफिलिशन बाइलॉज के चैप्टर 12 के अंतर्गत निर्धारित किए गए नियमों के आधार पर कार्यवाही हो सकती है.

 

पिछ्ले कई सालों से मिल रही थी शिकायते

हालांकि, अगर बोर्ड की मानें तो उस स्थिति में पिछले कई सालों में शिक्षकों द्वारा प्रश्न पत्र पढ़ने, परीक्षा हॉल में छात्रों को सलाह देने, प्रश्न पत्र की फोटो खींच कर वाट्सअप आदि जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर करने की शिकायते बहुत बार सामने आ चुकी है. किन्तु, अब इस प्रकार की स्थिति को लेकर बोर्ड द्वारा कड़ाई की जा रही है.

 

 परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट के अंदर ही सील होने शेष प्रश्न पत्र

जैसा कि हम सब जानते हैं कि बोर्ड परीक्षा तीन घंटे चलती है. इस दौरान प्रश्न पत्र को परीक्षा हॉल में ही खोला जाएगा. तय किए निर्धारित समय पर प्रश्न पत्र को परिक्षार्थी के बीच सांझा किया जाएगा. ऐसे में सभी परिक्षार्थियों के बीच प्रश्न पत्र को बांटने के बाद जो प्रश्न पत्र बच जाएंगे, उसे परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट के अंदर ही सील कर दिया जाएगा. क्लास रूम सील होने के तुरन्त बाद ही प्रश्न पत्र प्राचार्य के पास भेजा जाएगा.

 

24 घंटे के अंदर प्रश्न पत्र का देना होगा फीडबैक

किसी प्रश्न के प्रिंट आउट या प्रशन में कोई गलती है या नहीं, इसके लिए परीक्षा समाप्त होने के 24 घंटे के भीतर सभी परीक्षा केंद्र को अपना फीडबैक फॉर्म सी बी एस ई बोर्ड को भेजना होगा. ऐसे में जिस विषय की परीक्षा होगी, उस विषय के शिक्षकों को प्रश्न पत्र देकर उनसे प्रश्न पत्र पर फीडबैक भी सांझा करने के लिए अनुरोध किया जाएगा.

अगर भेजा गया होगा फीड बैक फॉर्म, तब तैयार होंगी नई मार्किंग स्कीम

अगर किसी भी छात्र या शिक्षक को प्रश्न में कंफ्यूजन , समस्या या फ़िर किसी तरह की गलती पकड़ में आती है तो उसे उस ग़लती को फीडबैक फॉम भरकर बोर्ड के पास भेजना होगा. इस तरह से बोर्ड द्वारा गलत प्रश्न को हटा कर ही एक नई मार्किंग स्कीम तैयार को तैयार किया जाएगा. इस तरीके से सभी परिक्षार्थियों को बराबर अंको का आवंटन हों सकता है.

ओईसीएमएस पर करना होगा अपने फीडबैक फार्म को अपलोड

सीबीएसई बोर्ड के द्वारा ऑनलाइन एग्जाम सेंटर मैनेजमेंट सिस्टम यानी ओ ई सी एम एस बनाया है. यहां शिक्षकों द्वारा हर दिन परीक्षा के बाद फीड बैक को एक परफार्मा के रूप में लिया जा सकता है. इस परफार्मा को ओ ई सी एम एस पर अपलोड करना आवश्यक होगा. किसी भी स्थिति में ई- मेल या वाट्सअप पर फीडबैक नहीं सांझा किया जाएगा.

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