हरियाणा में 84 साल के मरीज को दी गई एंटीबॉडी कॉकटेल ड्रग, भारत में पहली बार इस्तेमाल

गुरुग्राम | हरियाणा के 84 वर्षीय मोहब्बत सिंह देश में कोरोना के पहले मरीज है, जिन्हें एंटीबॉडी कॉकटेल ड्रग दी गई है. बता दें कि यह वही मशहूर दवा है,  जो अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कोरोना होने पर दी गई थी. स्विट्जरलैंड की दवा कंपनी रोज इंडिया और सिप्ला ने सोमवार को भारत में इसको  लांच करने की घोषणा की थी.

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भारत में पहली बार किया गया कोरोना मरीज पर इस्तेमाल

बता दें कि इसकी कीमत 59,750 रुपए प्रति डोज रखी गई है. इसका इस्तेमाल कोविड मरीजों की हालत ज्यादा गंभीर होने पर किया जाता है बता दे कि मोहब्बत सिंह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में 5 दिनों से अपना इलाज करवा रहे थे, उन्हें कल इस एंटीबॉडी कॉकटेल ड्रग की डोज दी गई.

एंटीबॉडी का प्रयोग उच्च जोखिम वाले रोगियों की स्थिति खराब होने से पहले, अस्पताल में भर्ती होने तथा मृत्यु के जोखिम को 70% तक कम करने में किया जाता है. इसकी सहायता से मरीज के शरीर में तेजी से एंटीबॉडी बनती है. जिसकी वजह से शरीर में वायरल कम हो जाता है. यह दवा कंपनी रोज इंडिया और सिप्ला ने भारत में लांच की. भारत में इसकी दो एंटीबॉडी कासीरीविमाब और इमड़ेविमाब की की खेप सोमवार को पहुंची.

मेदांता अस्पताल के निर्देशक डॉ नरेश त्रेहन के अनुसार, प्लाज्मा के साथ-साथ कोरोना के इलाज में इस्तेमाल हो रही रेमेडीसीविर और टॉसिलिजूमैब से यह दवा बिल्कुल अलग है. रिसर्च में यह सामने आया कि जिन मरीजों को यह दवा दी गई उनमें से 80% मरीजों को अस्पताल में एडमिट करने की आवश्यकता ही नहीं पड़ी. साथ ही, इसके इस्तेमाल से मृत्यु दर में भी कमी आई है.

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