बहादुरगढ़ की बेटी कनिका राठी ने गृह मंत्रालय की नौकरी छोड़ शुरु की UPSC की तैयारी, 64वीं रैंक हासिल कर बनी IAS

झज्जर | UPSC की परीक्षा को भारत देश में पास करना बहुत बड़ी सफलता हासिल करना माना जाता है. इस परीक्षा को पास करने का मतलब परीक्षार्थी किसी भी फील्ड में अटक नहीं सकता. यूपीएससी का उत्तीर्ण विद्यार्थी सबसे ज्यादा समझदार और ज्ञानी होता है. इस परीक्षा को पास करने के लिए विद्यार्थी वर्षों- वर्षों तक मेहनत करते हैं और जब परीक्षा पास हो जाती है तो फिर फूले नहीं समाते.

IAS Kanika Rathi

ऐसे ही हरियाणा के बहादुरगढ़ की रहने वाली बेटी कनिका राठी का बचपन से ही आईएएस बनना सपना था. यूपीएससी की तैयारी के लिए उन्होंने सरकारी नौकरी भी छोड़ दी थी.

दादा का सपना था कि पोती बनेगी आईएएस अधिकारी

कनिका राठी ने अपनी मेहनत के दम पर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में पूरे भारत देश में 64वीं रैंक हासिल की. आईएएस बनने के बाद दिल्ली में अंग्रेजी के पीजीटी रहे उनके दादा का सपना पूरा किया. उनके दादा का सपना था कि उनकी पोती आईएएस अधिकारी बनकर नाम रोशन करेगी. बता दें कनिका अपने शुरुआती स्कूल के दिनों से ही पढने में होशियार और तेज दिमाग की थी. उन्होंने बाल भारती स्कूल, बहादुरगढ़ से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की तथा दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से गणित विषय में बीएससी की डिग्री प्राप्त की.

सरकारी नौकरी छोड़कर फिर शुरु की यूपीएससी की तैयारी

इसके अलावा, उन्होंने अशोका यूनिवर्सिटी से लिबरल स्टडीज में पीजी भी किया है. उन्होंने साल 2015 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की. इसके लिए उन्होंने दिल्ली में यूपीएससी की कोचिंग भी की. कनिका राठी ने साल 2016 और 2017 में लगातार यूपीएससी की परीक्षा दी. लेकिन दोनों बार असफल रहीं लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और फिर साल 2019 में उन्हें गृह मंत्रालय में सरकारी नौकरी मिल गई.

कुछ समय तक आईबी के पटना कार्यालय में काम करने के बाद उन्होंने माता- पिता की सहमति से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद, उन्होंने खुद को फिर से यूपीएससी की तैयारी में झोंक दिया.

कनिका का परिवार है अच्छे पदों पर

कनिका राठी को चौथे प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता मिली. कनिका ऑल इंडिया यानी पूरे भारत में 64वीं रैंक हासिल कर आईएएस अफसर बन गई. इस प्रकार आईएएस अधिकारी बनने के अपने सपने को पूरा करने में उन्हें छह साल का लंबा समय और कड़ी मेहनत लगी. आईएएस कनिका राठी के पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात करें तो माता- पिता से लेकर चाचा तक सरकारी विभागों में अच्छे पदों पर हैं.

उनके पिता नरेश इंजीनियर और चाचा डॉ. अनिल राठी झज्जर चिकित्सा विभाग में वरिष्ठ डॉक्टर हैं. वहीं, उनकी मां नीलम दिल्ली के घेवरा स्थित सर छोटूराम पब्लिक स्कूल में टीचर हैं. उनकी सफलता से आज पूरा परिवार खुश है.

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