जाने कहां हुआ था रामभक्त हनुमान का जन्म, हरियाणा मे कौन सी है ये ऐतिहासिक नगरी

कैथल | कैथल, पहले के समय में कपिस्थल के नाम से काफ़ी मशहूर था. कपिस्थल के राजा भगवान हनुमान के पिता केसरी रहे हैं. यही मुख्य वजह है कि कैथल को भगवान हनुमान जी की जन्मस्थली कहा जाता है. इसकी एक और पहचान पार्क रोड के नजदीक प्राचीन हनुमान मंदिर भी है, जो अंजनी मां के टीले के नाम से बहुत अधिक मशहूर है. यह मंदिर हमेशा से ही श्रद्धालुओं की आस्था का मुख्य केंद्र बना रहा है. हनुमान जी की माता अंजनी माता को समर्पित यह टीला कैथल के मुख्य ऐतिहासिक स्थानों में से एक मुख्य ऐतिहासिक धरोहर के रूप में माना जाता है. यह मंदिर शहर के बिल्कुल बीच में स्थित है. यहां पर हर मंगलवार को पूजा पाठ करने वाले श्रद्धालुओं की भारी संख्या में भीड़ उमड़ती है.

Hanuman Image

सतयुग में हुआ करता था, ये विशाल टीला

मंदिर के पुजारी पंडित बाबूराम शर्मा जी के साथ हुई बातचीत में उन्होंने जानकारी सांझा करते हुए बताया कि बीते समय से ऐसी मान्यता है कि मंदिर का इतिहास सतयुग से जुड़ा हुआ है. पहले के समय में यहाँ एक विशाल टीला हुआ करता था. ऐसी ही अनेक मान्यताओं में से एक मान्यता यह भी जुड़ी हुई है कि यहां माता अंजनी का निवास था और हनुमान जी का जन्म भी इसी स्थान पर हुआ था. इस वजह से इसे आज तक अंजनी का टीला कहा जाता है, और सभी जगह पर यह अंजनी का टीला के नाम से ही प्रसिद्ध है.

अब विलुप्त हो गया है, अंजनी माता का टिला

कपि के राजा होने की कारण से हनुमान जी के पिता केसरी को कपि राज के नाम से पुकारा जाता था. किन्तु बाद में माता अंजनी के टीले के पास का स्थान लोगों के रहने के क्षेत्र में तब्दील हो गया और यह टीला गाय़ब हो गया. टिला विलुप्त होने के बाद भी, अब तक इस क्षेत्र को अंजनी का टिला कहा जाता है. श्रद्धालु मंगलवार के दिन को मंदिर में पूजा- अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं और हनुमान चालीसा व बजरंग बाण से हनुमान जी की स्तुति भी अवश्य ही करते हैं. यही कारण है कि हरियाणा के कैथल को, राम भक्त हनुमान का जन्म स्थान कहा जाता रहा है और यह कपि स्थल के नाम से प्रसिद्ध हुआ है.

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