बच्चे का आधार कार्ड बनवाने लिए, जाने महत्त्वपूर्ण बाते अन्यथा बाद में हो सकती है परेशानी

लाइफस्टाइल | बदलते जमाने के साथ आज आधार कार्ड सबसे अहम व जरूरी पहचान पत्र बन गया है. आज के समय में आधार कार्ड के बिना कोई काम होना मुमकिन ही नहीं लगता है. आधार कार्ड के बगैर ना तो आप एक नया खाता के खुलवा सकते है और ना सरकारी योजनाओं में अपना नामांकन करावा सकते है. सरकार द्वारा किसी योजना का लाभ नहीं उठा सकते,अगर आपके पास आधर कार्ड नहीं हैं. बड़ो के साथ साथ अब बच्चों का भी आधार कार्ड बनवाना भी बहुत अधिक आवश्यक हो गया है.

Aadhar Card

जानें कुछ मुख्य बातें

बहुत सी चीजों में आपको अपने आधार कार्ड के साथ अपने बच्चों का आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य होगा. अगर आप में से किसी ने अभी तक अपने बच्चे का आधार कार्ड नहीं बनवाया है तो जल्दी से जल्दी बनवाने की कोशिश करें. किन्तु आधार कार्ड बनवाने से पहले कुछ मुख्य बातें जान लें,अगर आपको यह सब जानकारी पहले से होगी तब उस स्थिति में आपको अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाते समय किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. अन्यथा आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

  • अगर आप के बच्चे की आयु 5 साल से कम है तब उस स्थिति में बच्चे के लिए पिता और माता दोनो को बच्चे के साथ जाना अनिवार्य होगा. माता और पिता दोनों में से एक को नामांकन के लिए अपना आधार कार्ड जमा करवाना होगा.
  • बच्चे के आधार कार्ड के लिए आवेदन के लिए करीबी एनरोलमेंट सेंटर पर जा सकते हैं. इसके बाद एनरोल फॉर्म भर कर , एक माता या पिता के आधार कार्ड की कॉपी के साथ बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र अटैच करना पड़ सकता है.
  • वेरिफिकेशन के लिए ऑरिजनल डॉक्युमेंट्स को साथ ले कर जाना अनिवार्य है, अन्यथा दोबारा सैंटर जाना पड़ सकता है.
  • 5 साल से कम आयु के बच्चे का बायोमेट्रिक्स नहीं लिया जा सकता है. किन्तु जब बच्चा 5 से 15 साल तक का हो जाता है तब सभी 10 उंगलियों के निशान, आईरिस स्कैन व एक फेशियल स्कैन कराना आवश्यक हो जाता है.

5 साल से कम आयु में नहीं होगा बायोमेट्रिक्स

5 साल से कम आयु के बच्चे का बायोमेट्रिक्स नहीं लिया जा सकता है. किन्तु, अगर आप 5 से 15 साल की आयु में बच्चे का आधार कार्ड बनवाने के लिए एनरोल फॉर्म भर रहें हैं तब इंस्टीट्यूशन के लेटरहेड पर स्कूल आई डी या बोनाफाइड सर्टिफिकेट, स्थानीय प्रूफ और जन्म प्रमाण पत्र की एक कॉपी अटैच करनी है. अगर बच्चे के पास कोई स्कूल आई डी नहीं है तब माता या पिता में से किसी एक को गैजेटेड अधिकारी द्वारा जारी किए गए पहचान प्रमाण पत्र के साथ अपना आधार कार्ड अटैच करना अनिवार्य होगा.

सबसे अहम बात यह है कि जब एक बार जब बच्चा 15 साल का हो जाता है, तब उसे एक नया आधार कार्ड प्राप्त करने के लिए फिर से एक बार नए सिरे से पूरी प्रोसेस से भली भांति गुजरना होगा.

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