तिहाड़ जेल में गैंगवॉर रोकने के लिए AK- 47 से लैस QRT टीमों की तैनाती, गोली मारने के होंगे अधिकार

नई दिल्ली | देश की सबसे मजबूत जेलों में से एक तिहाड़ जेल में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया के मर्डर के बाद बड़ा फैसला लिया गया है. जेल में अब पहली बार क्विक रेस्पॉन्स टीम (QRT) की तैनाती की जाएगी. यह टीम जेल में विषम परिस्थितियों से निपटने में सक्षम होगी और इनके पास ग्लोक पिस्टल और AK- 47 होगी.

tihad jail tihar

गोली मारने के होंगे अधिकार

इस टीम में CRPF, ITBP, TSP और जेल के जवान शामिल होंगे. इन जवानों के पास विषम परिस्थितियों में लड़ने के लिए डंडे नहीं बल्कि ग्लोक पिस्टल और AK-47 रायफल होंगी. इन्हें जेल के अंदर मर्डर होने की स्थिति में हमलावरों को गोली मारने के अधिकार भी होंगे. तिहाड़ जेल के DG संजय बेनिवाल ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि हमनें तिहाड़ जेल में QRT टीम तैनात करने के आदेश जारी किए हैं.

हर जेल में 2-2 QRT टीम

दिल्ली पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि नौ जेलों वाली तिहाड़ जेल में हर जेल के हिसाब से 2- 2 QRT टीमें तैनात की जाएगी. प्रत्येक टीम में छह से आठ निडर और बहादुर जवान शामिल होंगे. इस टीम को पॉवर होगी कि वह मर्डर की स्थिति में पहले आरोपी कैदियों को पीछे हटने का आदेश देगी.

यदि आरोपी पीछे नहीं हटते हैं तो QRT टीम हवा में तीन फायर करेगी और फिर भी पीछे नहीं हटते हैं तो उनके पैरों में गोली मारी जाएगी. फिर भी नहीं मानते तो इस टीम के पास शूट ऐट साइट के भी अधिकार होंगे.

टिल्लू मर्डर केस में किरकिरी के बाद उठाया कदम

तिहाड़ जेल प्रशासन ने टिल्लू मर्डर केस में तिहाड़ जेल और टीएसपी की किरकिरी के बाद यह बड़ा कदम उठाया है. अभी तक जेल के अंदर टीएसपी और जेल के जवानों के पास डंडे होते थे और इन्हें जेल के अंदर हथियार नहीं दिए जाते थे.

अभी तक इस मामले में जेल विभाग के आठ स्टाफ को सस्पेंड किया गया है और अन्य के खिलाफ विभागीय कार्रवाई चल रही है. जांच- पड़ताल के दौरान जिस- जिस की लापरवाही सामने आएगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. वहीं, जेलों में बंद गैंगस्टर्स की लिस्ट तैयार की जा रही है और इन सभी को इनके गैंग के हिसाब से अलग- अलग रखा जाएगा.

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