हरियाणा में धान के भाव में गिरावट से किसानों में निराशा, बारिश से मंडियों में घटी आवक

सोनीपत | हरियाणा में पिछले दिनों हुई हल्की बारिश ने धान कटाई और कढ़ाई के काम को प्रभावित किया है. धान की फसल में नमी के चलते मंडियों में आवक पर असर पड़ा है. प्रदूषण की वजह से अच्छी धूप भी नहीं निकली है, जिससे बारिश का पानी सूख नहीं पा रहा है. हालांकि, बारिश नाममात्र की ही हुई है लेकिन इसके बावजूद भी धान के पौधों में नमी आ गई है.

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धूप लगाने की दे रहे हैं सलाह

जो किसान कटाई कर मंडियों में धान बिक्री के लिए आना चाहते हैं, उन्हें आढ़ती दो दिन धूप लगाने की सलाह दे रहे हैं क्योंकि खरीद के दौरान मिलर धान में नमी बताकर रिजेक्ट करेंगे. ऐसे में किसानों का मंडी में इंतजार बढ़ जाएगा. इसलिए 2 दिन रूककर ही आने को कहा जा रहा है. वहीं, मंडियों में नए धान की आवक धीमी पड़ने से मिलर और आढ़तियों ने लिफ्टिंग का काम तेज कर दिया है.

मंडी आढ़ती मोहित ने बताया कि मंडियों में बड़े पैमाने पर आढ़ती अपने चहेते मिलर से बॉन्डिंग कर किसानों का धान खरीद रहे हैं जबकि पीआर किस्म के धान की खरीद हैफेड और सीडब्ल्यूसी द्वारा की जा रही है. उन्होंने बताया कि हर किसान की किसी न किसी आढ़ती से जान- पहचान हैं और किसान आढ़ती से बातचीत के बाद ही धान लेकर आ रहे हैं. आढ़ती भी इसी प्रयास में है कि किसान फसल को पूरी तरह सुखाकर ही मंडी में लाए ताकि उसे यहां बिक्री के लिए इंतजार न करना पड़े.

ये हैं ताजा रेट

मंडी में इन दिनों 1121 धान का भाव 4,700 रूपए प्रति क्विंटल तक बना हुआ है जबकि 1509 का रेट 3,750 रूपए प्रति क्विंटल तक मिल रहा है. किसानों का कहना है कि धान का भाव कम है. मिलर को धान का भाव बढ़ाना चाहिए ताकि किसानों को आर्थिक नुकसान न झेलना पड़े.

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