HSSC क्लर्क भर्ती का संशोधित परीक्षा परिणाम हुआ जारी, पुराने हटेंगे जबकि नए उम्मीदवारों की होगी नियुक्ति

चंडीगढ़ | हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) द्वारा 2019 में आयोजित क्लर्क परीक्षा का परिणाम जारी करने के बाद 8 सितंबर 2020 को नियुक्तियां दी गई. कुछ अभ्यर्थी भर्ती में पूछे गए सवालों के गलत उत्तर को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचे और संशोधित परिणाम जारी कराने की अपील की. सारी दलीलें सुनने के बाद हाईकोर्ट ने तीन सवालों के जवाब ठीक मानते हुए अप्रैल 2022 में संशोधित परिणाम जारी करने के आदेश दिए. जो उम्मीदवार दोबारा दस्तावेज जांच के लिए नहीं गए, या तीन सवालों के कारण जिन के नंबर कम हो गए उनका नाम चयन सूची से हटा दिया गया.

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आयोग ने सितंबर 2020 से नौकरी पर लगे सभी क्लर्कों की सेवाएं तुरंत प्रभाव से समाप्त करने के लिए संबंधित विभागों को पत्र लिख दिया है. अब नए सिरे से नियुक्तियां होंगी और नौकरी गंवाने वाले क्लर्कों की जगह नए अभ्यर्थियों को चुना गया है. HSSC ने साल 2019 में क्लर्क के 4798 पदों के लिए आवेदन मांगे थे.

इन सवालों के ठीक होने के चलते करीब एक लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों के नंबर बढ़ गए, जबकि 48 हजार के कम हो गए.इसी आधार पर आयोग ने संशोधित परिणाम भी जारी किया. बायोमीट्रिक निशान और चेहरे के निशान नहीं मिलने के कारण 58 अभ्यर्थियों का परिणाम को रोक लिया गया है.

जांच कराने नहीं पहुंचे 11 हजार अभ्यर्थी, बड़े फर्जीवाड़े की आशंका

आयोग ने 21 मई से 6 जून तक कुल 24097 अभ्यर्थियों को दस्तावेज जांच के लिए बुलाया गया था. 13168 अभ्यर्थी ही दस्तावेजों की जांच कराने पहुंचे और 10929 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. इनमें से 900 के करीब ऐसे अभ्यर्थी गैर हाजिर रहे, जो पहले से ही चयनित थे.आशंका जताई है कि इस भर्ती में बड़े स्तर पर धांधली हुई है. काफी संख्या में अभ्यर्थियों ने झूठे दस्तावेजों के आधार पर आर्थिक सामाजिक आधार के अंक प्राप्त किए हैं. फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के डर से अधिकतर अभ्यर्थी जांच के लिए पहुंचे ही नहीं.

केस करने वाले ज्यादातर का हुआ चयन

पहले चयन सूची से बाहर रहे और हाईकोर्ट में याचिका डालने वाले करीब 40 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. याचिकाकर्ता अमित कुमार, अशीष ढुल ने बताया कि जिन्होंने हाईकोर्ट में केस किया था उनमें से अधिकतर का अब चयन हो गया है. इसके पीछे उन तीन सवालों के उत्तर ठीक मानना कारण बताया जा रहा है. उनके उत्तर सही थे लेकिन आयोग ने पहले जारी परिणाम में गलत माना था.

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खत्री का कहना है कि 2019 में निकली भर्ती के तहत सेवाएं दे रहे क्लर्कों की सेवाएं तुरंत प्रभाव से समाप्त करने के लिए संबंधित विभागों को पत्र लिख दिया है. संशोधित परिणाम जारी कर दिया गया है और अब नए सिरे से नियुक्तियां की जाएगी. अभ्यर्थियों के बायोमीट्रिक निशान लिए जाएंगे, ताकि कोई गड़बड़ न हो.

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