चंडीगढ़ में अब मेट्रो के साथ हाई-डिमांड बस कॉरिडोर घटाएंगे जाम, ये चल रही प्लानिंग

चंडीगढ़ | भले ही मेट्रो को चंडीगढ़ में लाने की तैयारी की जा रही है लेकिन शहर को पूरी तरह से खोदना ना पड़े और इसके लिए ट्रैफिक जाम की स्थिति को सुधारने के लिए ट्राईसिटी में 7 ‘हाई-डिमांड बस कॉरिडोर’ की योजना पर काम चल रहा है. इन कॉरिडोर से शहर के महत्वपूर्ण व व्यस्त संस्थानों (स्थानों) को जोड़ा जाएगा. जानकारी के मुताबिक ये कॉरिडोर ऐसे रूट होंगे, जहां लोगों को सबसे ज्यादा ट्रैफिक का सामना करना पड़ता है. इन जगहों पर बस फेरे बढ़ाने की योजना है. हर 10 मिनट के बाद रियल टाइम डिस्प्ले के साथ बस आएगी.

traffic jam

हर 10 मिनट में मिलेगी बस

प्रशासन ने कुछ और जगहों को भी चिन्हित किया है, जहां भारी ट्रैफिक रहता है. यहां धीरे-धीरे मिनी बसें शुरू की जाएंगी. यहां से हर 10 मिनट में बस चलेगी. उम्मीद की जा रही है कि लोग अपने निजी वाहनों के बजाय बसों में सफर करना पसंद करेंगे.

इन कॉरिडोर पर होगा काम

प्राप्त जानकारी के अनुसार पीजीआई से आईएसबीटी, सेक्टर 5, पंचकूला तक 12 किमी लंबा हाई डिमांड बस कॉरिडोर बनाया जाएगा. दूसरी ओर पीजीआई/दद्दूमाजरा से आईएसबीटी, जीरकपुर तक 17 किमी लंबा, आईएसबीटी 17 से आईएसबीटी खरड़ तक 19 किमी लंबा बस कॉरिडोर, आईएसबीटी 43 से आईएसबीटी, सेक्टर 5 तक 16 किमी लंबा कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव है.

इसके अलावा, आईएसबीटी, सेक्टर 87 मोहाली से मनसा देवी कॉम्प्लेक्स तक 24 किलोमीटर के कॉरिडोर की भी योजना बनाई गई है. इसी तरह, आईएसबीटी 43 से न्यू चंडीगढ़ तक 21 किमी लंबा बस कॉरिडोर और आईएसबीटी खरड़ से आईएसबीटी जीरकपुर के बीच 12 किमी लंबा कॉरिडोर बनाने की योजना है।

नए बस टर्मिनलों पर विचार

बस परिवहन व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए प्रशासन ने मनीमाजरा और आईएसबीटी, सेक्टर 87 में नए बस टर्मिनल भी प्रस्तावित किए हैं. वर्तमान में सेक्टर 17 और सेक्टर 43 सहित सेक्टर 5 में बस टर्मिनल हैं. वहीं प्रशासन के पास रायपुर कलां, खुड्डा लाहौरा और धनास के पास सीटीयू बस डिपो बनाने का प्रस्ताव है.

जुगाड़ वाहनों ने परिवहन क्षेत्र पर बढ़ा दिया जाम

वर्तमान में परिवहन से जुड़े भारी वाहन सेक्टर 26 परिवहन क्षेत्र से गुजरते हैं. भारी वाहनों (ट्रक, टेम्पो आदि) के कारण इस क्षेत्र में कार्य करने की आवश्यकता है. ऐसे में बड़े ट्रांसपोर्ट वाहनों और सामान्य ट्रैफिक को अलग करने पर भी विचार चल रहा है. भारी वाहनों के लिए दरिया गांव, सेक्टर 56 और सेक्टर 103 मोहाली के पास फ्रेट कॉम्प्लेक्स बनाए जाने की संभावना है.

रेल अंडरब्रिज पर भी होगा काम

प्रशासन की नई मोबिलिटी योजना में रेल अंडरब्रिज को लेकर भी प्रस्ताव है. तीन अंडरब्रिज में से एक दरिया रोड पर मनीमाजरा में रेलवे कॉलोनी के पास मौली जागरण रोड की तरफ, एक बलटाना में और एक आदर्श नगर, मनीमाजरा में चंडीगढ़ रेलवे क्रॉसिंग पर होगा. वर्तमान में रेल अंडरब्रिज इंडस्ट्रियल एरिया में मॉडर्न हाउसिंग कॉम्प्लेक्स, मनीमाजरा, विकास नगर और सीटीयू डिपो के पास है.

निजी वाहनों का प्रतिशत काफी ज्यादा

शहर के प्रमुख यात्रा गलियारों में सेक्टर 25 से दक्षिण मार्ग और सेक्टर 38 से ट्रिब्यून चौक तक, अनाज बाजार चौक से सेक्टर 47 तक विकास मार्ग, सेक्टर 43 जंक्शन से सेक्टर 66 तक पूर्वी मार्ग, सेक्टर 8 और 18 से हाउसिंग बोर्ड चौक तक मध्य मार्ग शामिल हैं. वहीं रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस (राइट्स) की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चंडीगढ़ की प्रमुख भीड़भाड़ वाली सड़कों पर निजी वाहनों का प्रतिशत काफी ज्यादा है. एजेंसी ने यह भी कहा कि निजी वाहनों का प्रतिशत 79 फीसदी से 90 फीसदी और बसों का प्रतिशत काफी कम 0.4 से 2.6 फीसदी है.

मेट्रो में केंद्र की मुबारक का इंतजार

आपको बता दें कि हाल ही में चंडीगढ़ प्रशासन सहित पंजाब और हरियाणा सरकार द्वारा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम (MRTS) लॉन्च किया गया था. शहर में बढ़ते ट्रैफिक के चलते जाम की स्थिति से निपटने के लिए मेट्रो के प्रस्ताव पर दोनों राज्यों व चंडीगढ़ के बीच सहमति बन गई है. अब केंद्र से मौलेंट का इंतजार है.

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