दो IAS अशोक खेमका और संजीव वर्मा में विवाद, गृहमंत्री विज और सीएमओ में टकराव

चंडीगढ़ | हरियाणा में इन दिनों 2 आईएएस अधिकारियों की खबरें सुर्खियों में छाई हुई है.अब आप सोच रहे होंगे कि आईएएस अधिकारियों का सुर्खियों में बना रहना कौन सी बड़ी बात है. यह मामला ही कुछ ऐसा है कि आपकी आंखें खुली की खुली रह जाएंगी.

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हरियाणा के दो आईएएस अधिकारी अशोक खेमका और संजीव वर्मा के बीच चल रहे विवाद को लेकर एक बार फिर सीएमओ और मंत्री अनिल विज के बीच में टकराव हो गया है. हालांकि सरकार और अधिकारियों ने बीच का रास्ता अपनाते हुए दोनों अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज का है.

क्या है पूरा मामला

लेकिन संघर्ष का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अशोक खेमका की शिकायत पर विज को खुद एफआईआर दर्ज कराने के लिए डीसीपी ऑफिस जाना पड़ा और एफआईआर नंबर 171 दर्ज की गई. वहीं विज के डीसीपी कार्यालय जाने के बाद सीएमओ भी हरकत में आया.

सीएमओ ने खेमका के खिलाफ एफआईआर नंबर 170 भी दर्ज कराई. क्योंकि सीएमओ आईएएस संजीव वर्मा के पक्ष में है. ऐसे में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने से पहले खेमका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई. गृह मंत्री अनिल विज आईएएस अशोक खेमका के समर्थन में उतरे हैं.

अशोक खेमका की शिकायत पर आईएएस संजीव वर्मा और रवींद्र के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. खेमका ने शिकायत में अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया और कहा कि स्क्रीनिंग कमेटी ने प्रबंधक ग्रेड 1 के पात्रों को शॉर्टलिस्ट किया था और समिति की सिफारिश को संशोधित नहीं किया था. समिति द्वारा शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों का साक्षात्कार कार्यकारी समिति द्वारा किया गया था.

सामान्य और अनारक्षित वर्ग के लिए कोई कोटा नहीं है. यदि अंक अधिक थे तो सामान्य वर्ग को रखा गया था. यह निर्णय कार्यकारिणी समिति ने लिया. उसने एक मामले में रवींद्र के पिता के खिलाफ जांच की थी, इसलिए वह दुश्मनी रखता है. दोनों और कुछ पत्रकारों ने मिलकर मेरी छवि खराब की है. मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं और मामले की गहन जांच होनी चाहिए.

ऐसे शुरू हुई लड़ाई

हरियाणा वेयरहाउसिंग के एमडी संजीव वर्मा ने अशोक खेमका पर वर्ष 2010 में विभाग में एमडी के पद पर रहते हुए दो प्रबंधकों की नियुक्ति में अनियमितता का आरोप लगाया. इसकी जांच की गई और समिति ने दोनों की नियुक्ति रद्द कर दी. इसके बाद एक हफ्ते पहले संजीव वर्मा ने आईएएस अशोक खेमका के खिलाफ पंचकूला सेक्टर 5 में प्राथमिकी दर्ज कराने की शिकायत दी.

वहीं आईएएस अशोक खेमका ने पुराने मामले में संजीव वर्मा के खिलाफ वाहन दुरुपयोग की शिकायत आर्काइव डिपार्टमेंट में दी थी, लेकिन पंचकूला पुलिस ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की. खेमका ने अनिल विज को एसएमएस कर मामले की जानकारी दी. इसके बाद विज खेमका को लेकर पंचकूला डीसीपी ऑफिस पहुंचे.

विज ने अशोक खेमका की शिकायत पर डीसीपी को केस दर्ज करने का आदेश दिया. विज ने कहा कि अगर हरियाणा में कोई शिकायत है तो उस पर प्राथमिकी दर्ज की जाए. जब किसी आईएएस की शिकायत पर केस दर्ज नहीं होगा तो आम आदमी की शिकायत पर केस कैसे दर्ज होगा.

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