हरियाणा में गेहूं खरीद के लिए बढ़ाई गई मंडियों की संख्या, रविवार को भी होगी खरीदारी, देखें जिलेवार लिस्ट

चंडीगढ़ । हरियाणा में रबी फसल की खरीद शुरू होने जा रही है और इस बार हरियाणा सरकार ने किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए राज्य भर में सैकड़ों मंडिया खोली हैं.ताकि किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी भी तरह की समस्याओं का सामना ना करना पड़े.

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1 अप्रैल से शुरू हो रही है खरीद

हरियाणा में इस बार रबी फसल की खरीद 1 अप्रैल से शुरू हो रही है. इस बार राज्य भर की 410 मंडियों में गेहूं खरीदने का निर्णय लिया गया है. प्रदेश भर में एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू की जा रही है. मंडी में गेहूं की फसल बेचने में किसानों को कोई परेशानी न हो, इसलिए मंडियों की संख्या अधिक रखी गई है. इससे किसान अपने नजदीकी क्रय केंद्र पर जाकर आसानी से अपनी फसल बेच सकेगा. इसके अलावा मंडियों में फसलों की खरीद के लिए व्यापक व्यवस्था की तैयारी जोरों पर चल रही है.

रविवार को भी होगी खरीदारी

बता दें कि रविवार को भी गेहूं की खरीदारी जारी रहेगी. हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि रबी खरीद सीजन 2022-23 के दौरान खाद्य, आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग, हैफेड, हरियाणा राज्य भंडारण निगम और भारतीय खाद्य निगन द्वारा गेहूं की खरीद की जाएगी.

राज्य सरकार ने गेहूं खरीद के लिए खरीद एजेंसियों को मंडियां और खरीद केंद्र आवंटित कर हरियाणा में गेहूं खरीद केंद्र दिया है. इसके साथ ही विभिन्न मंडियों में खरीद के लिए एजेंसियों के लिए सप्ताह के दिन निर्धारित किए गए हैं ताकि खरीद कार्य सुचारू रूप से चलता रहे.

जिलेवार लिस्ट

डिप्टी सीएम ने बताया कि सिरसा जिले में गेहूं खरीद के लिए 64 मंडियां बनाई गई हैं. इसी तरह फतेहाबाद में 51, कैथल में 41, जींद में 35, हिसार में 29, सोनीपत में 24, करनाल-कुरुक्षेत्र में 23-23, अंबाला में 15, पलवल-यमुनानगर में 13-13, पानीपत में 12, भिवानी में 11. गेहूं की खरीद झज्जर-रोहतक में 10-10 मंडियों में, दादरी में 8, फरीदाबाद और महेंद्रगढ़ में 6-6, गुरुग्राम और नूंह में 5-5, पंचकूला और रेवाड़ी में 3-3 मंडियों में होगी.

इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री ने कहा कि रविवार को भी क्षेत्रीय कार्यालय, मंडियां खोलने का निर्णय लिया गया है. शनिवार को जिस एजेंसी को खरीद के लिए आवंटित किया गया है, वही एजेंसी रविवार को भी गेहूं की खरीद करेगी. यानी कि इस बार हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए कई बड़े इंतजाम किए हैं ताकि किसान अपनी फसल को आसानी से मंडियों में बेच सके और उन्हें किसी भी तरह की परेशानी ना हो.

पैसा सीधे किसानों के बैंक खाते में आएगा

उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को किसानों के बैंक खातों को अपडेट करने और ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर अपलोड की गई फसलों के विवरण के अनुसार फसल की राशि सीधे उनके खातों में भेजने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने मंडियों में किसानों के लिए पेयजल और अन्य सुविधाओं को अद्यतन करने के भी निर्देश दिए हैं. बता दें कि हरियाणा देश का प्रमुख गेहूं और सरसों उत्पादक है. देश के कुल गेहूं उत्पादन में हरियाणा का हिस्सा 13.5 प्रतिशत और सरसों में 13.33 प्रतिशत है.

इतना रहेगा मूल्य

इन फसलों में विभिन्न खरीद एजेंसियों द्वारा सरसों 5,050 रुपये प्रति क्विंटल, गेहूं 2,015 रुपये प्रति क्विंटल, चना 5,230 रुपये प्रति क्विंटल और जौ 1,635 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा.

ये है कंपनियों के नाम 

बता दें कि गेहूं की खरीद उर्वरक विभाग, एचएफडी, हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन और भारतीय खाद्य निगम द्वारा की जाएगी. चने की खरीद हैफड द्वारा, सरसों की खरीद हाफड और हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा और जौ की खरीद खाद्य विभाग, हाफ्ड और हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा की जाएगी.

 

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