हरियाणा में गैंगस्टर कल्चर खत्म करने के लिए थ्री लेयर प्लानिंग तैयार, इन 9 बदमाशों पर रहेगी नजर

चंडीगढ़ | हरियाणा पुलिस ने अब थ्री लेयर प्लानिंग तैयार की है. प्लानिंग के तहत गैंगस्टर व शूटर की पहचान करने से लेकर उन पर कार्रवाई की जाएगी. हरियाणा में बढ़ रहे गैंगस्टर कल्चर को खत्म करने के लिए सरकार ये कदम उठा रही है. इतना ही नहीं पुलिस बदमाशों के समर्थकों को भी दबोचेगी. हाल ही में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला और राजस्थान के गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या में हरियाणा के शूटर मिले थे, जिसके बाद यह कदम उठाया जा रहा है.

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थ्री लेयर प्लानिंग की जरूरत

गैंगस्टरों के खिलाफ हरियाणा पुलिस को थ्री लेयर प्लानिंग की जरूरत क्यों पड़ी. इसकी वजह हाल ही में हुई दो बड़ी हत्याएं हैं. पुलिस अधिकारियों के अनुसार पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में हरियाणा के शूटर अंकित सेरसा, प्रियव्रत फौजी, कशिश, सचिन भिवानी, संदीप केकड़ा समेत कई बदमाशों के नाम सामने आए थे. फिर कुछ दिन पहले राजस्थान में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या कर दी गई.

उसमें भी हरियाणा के जतिन और सतीश का नाम सामने आया था. इसके बाद हरियाणा सरकार को विपक्षी दलों और अन्य राज्यों की सरकारों की आलोचना का भी सामना करना पड़ा.

ये होगा फायदा

कुछ बड़ी घटना के बाद पता चला है कि हरियाणा के युवक शूटर या गैंगस्टर बन गए हैं. इसके बाद उसकी अपराध की दुनिया से वापसी संभव नहीं है. इस प्लानिंग से पुलिस शुरुआत में ही उनकी पहचान कर उन पर अंकुश लगाएगी. ऐसे में शूटर या गैंगस्टर की नई खेप को रोका जा सकता है. अगर पुलिस का डर होगा तो युवा इस ओर कम आकर्षित होंगे. साथ ही, पुलिस के पास अपराधियों का जमीनी स्तर का डाटा तैयार रहेगा. इससे किसी भी अपराध की स्थिति में अपराधियों की चेन को तोड़ने में आसानी होगी.

9 कुख्यात गैंगस्टरों के सोशल मीडिया पर नजर

हरियाणा में 9 ऐसे गैंगस्टर हैं जो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. इनमें कौशल चौधरी, नीरज बवाना, अशोक प्रधान उर्फ ​​शेट्टी, विजय माले, अमित डागर, संपत नेहरा, काला जठेड़ी भूप्पी राणा और नवीन बाली शामिल हैं. सोशल मीडिया पर इन गैंगस्टर्स के लाखों फॉलोअर्स हैं. इनमें नीरज बवाना और कौशल चौधरी टॉप पर हैं. उसके नाम से बने एकाउंट्स पर हरियाणा पुलिस की नजर रहेगी कि उन पर हरियाणा का कौन सा युवा कमेंट कर रहा है.

ये है थ्री लेयर प्लानिंग

  • गांव पर सरकार का रहेगा ध्यान: सरकार का पहला ध्यान गांवों पर केंद्रित है. इसमें हर गांव में ग्राम प्रहरी के रूप में एक सिपाही तैनात किया जाएगा, जो दिनभर की हर गतिविधि पर नजर रखेगा. वह गांव के अपराध में शामिल युवकों की पहचान कर उसकी रिपोर्ट जिला मुख्यालय को भेजेगा. ऐसे युवाओं की मुख्यालय पर प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जाएगी.
  • शूटर की खैर नहीं निशाने: दूसरी लेयर राज्य के शूटरों पर केंद्रित होगी. इस लेयर के तहत राज्य के हर उस युवा को चिन्हित किया जाएगा जिसने कभी फायरिंग की हो. प्रदेशभर में ऐसे युवाओं की पहचान कर सूची बनाई जाएगी. साथ ही, पुलिस उसके बैकग्राउंड की भी पड़ताल करेगी. रिपोर्ट में यह भी पता लगाया जाएगा कि युवक के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है या नहीं.
  • सोशल मीडिया फैन फॉलोइंग की जांच होगी: तीसरी लेयर के तहत सोशल मीडिया पर फोकस रहेगा. इस लेयर में पुलिस अपराधियों और गैंगस्टरों का पीछा करने वाले युवकों की पहचान करेगी. अगर कोई युवक उनके सोशल मीडिया पोस्टर पर कमेंट या लाइक करता है तो वह पुलिस के निशाने पर आएगा. इसकी पहचान कर रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा.

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