गुरुग्राम के अलीपुर से कंट्रोल होगा डीवीएम एक्सप्रेस-वे, अब कार से साढ़े तीन घंटे में पहुंचेंगे जयपुर

गुरुग्राम | केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे (डीवीएम एक्सप्रेस-वे) की निगरानी के लिए गांव अलीपुर में स्थापित किए जा रहे नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण किया. उन्होंने कंट्रोल रूम के बारे में विस्तार से जानकारी ली कि मुंबई तक की गतिविधियों पर कैसे नजर रखी जाएगी. साथ ही, अधिकारियों से सवाल-जवाब भी किए.

Express Way

डीवीएम एक्सप्रेस-वे को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से देश की आर्थिक राजधानी मुंबई तक विकसित किया जा रहा है. इसकी कुल लंबाई 1386 किमी होगी. इस पर करीब एक लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे. एक्सप्रेस-वे गांव अलीपुर से शुरू हो रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए गांव अलीपुर में ही कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है. यहां से मुंबई तक की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी.

विकसित किए जा रहे ATMS

कंट्रोल रूम तक सूचना पहुंचाने के लिए कई जगहों पर एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) विकसित किए जा रहे हैं. इसे गांव अलीपुर में विकसित किया गया है. सिस्टम को विकसित करने की जिम्मेदारी औरिगा आईटी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड को दी गई है.

निरीक्षण के दौरान कंपनी के अधिकारियों के साथ ही भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक (सोहना) मुदित गर्ग ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को बताया कि एक किलोमीटर के अंतराल पर कैमरे लगाए जा रहे हैं. इनकी रेंज 500 मीटर होगी. इससे जाम, दुर्घटना या वाहनों की गति बढ़ने की सूचना कंट्रोल रूम तक पहुंचेगी.

ऐसे मिलेगी सूचना

जाम या दुर्घटना की स्थिति में पेट्रोलिंग में तैनात कर्मचारियों तक इसकी सूचना पहुंच जाएगी. उन्हें वॉकी टॉकी जैसी व्यवस्था मुहैया कराई जा रही है ताकि नेटवर्क न आने जैसी दिक्कत न हो. कैमरे इस तरह से लगाए गए हैं कि वह रात में भी नंबर प्लेट पढ़ सकते हैं. एक्सप्रेस-वे के आसपास कहीं भी कुछ होगा इसकी जानकारी कंट्रोल तक पहुंच जाएगी.

हिलालपुर टोल प्लाजा का भी किया निरीक्षण

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत तमाम नेता गांव अलीपुर से एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण करते हुए गांव हिलालपुर में बने टोल प्लाजा पहुंचे. वहां के अधिकारियों से टोल प्लाजा के बारे में विस्तार से जानकारी ली.

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक (सोहना) मुदित गर्ग का कहना है कि एक्सप्रेसवे के पूरे रूट पर सिर्फ दो टोल प्लाजा होंगे. दिल्ली की तरफ से हिलालपुर में टोल प्लाजा बनाया गया है. दूसरा टोल प्लाजा मुंबई के पास बनेगा. शेष सभी प्रवेश और निकास बिंदुओं पर टोल एकत्र करने की सुविधा होगी.

कार से साढ़े तीन घंटे में पहुंचेंगे जयपुर

अभी गुरुग्राम से जयपुर जाने में पांच घंटे लगते हैं. अब इसमें सिर्फ साढ़े तीन घंटे लगेंगे. इतना ही नहीं, आने वाले समय में इसमें सिर्फ तीन घंटे लगेंगे. इसके लिए जयपुर रिंग रोड को एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जा रहा है. अलीपुर से दौसा खंड के चालू होने से दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद, पलवल, नूंह, अलवर, दौसा जिलों के लोगों को विशेष रूप से लाभ होगा.

परियोजना के पूरा होने पर दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और दादर और नगर हवेली उपलब्ध होंगे. अभी कार से दिल्ली से मुंबई पहुंचने में 24 घंटे से ज्यादा का समय लगता है. प्रोजेक्ट पूरा होने में केवल 12 घंटे लगेंगे. इससे जहां समय की बचत होगी. वहीं, आठ राज्यों में विकास की गति तेज होगी.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह, केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और मौके पर स्थानीय विधायक संजय सिंह मौजूद रहे.

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