आंतरिक मूल्यांकन में ज्यादा अंक लेना होगा बड़ी चुनौती, हरियाणा बोर्ड ने बनाया नया पैटर्न

भिवानी | हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) ने एक तरफ जहां पास फार्मूला में आंतरिक अंकों को जोड़कर 33 प्रतिशत अंक लाने वाले को उत्तीर्ण करने का फार्मूला अपनाकर परीक्षार्थियों की राह सरल बना दी है. वहीं, आंतरिक मूल्यांकन में अब ज्यादा अंक लेना परीक्षार्थियों के लिए चुनौती होने वाला है. आंतरिक मूल्यांकन अंकों के लिए बोर्ड ने बोर्ड ने नया पैटर्न तैयार किया है.

BSEH Haryana Board

देनी होगी अधिक से अधिक हाज़िरी

इसके तहत, अब विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन में अच्छे अंक लेने के लिए न सिर्फ प्रोजेक्ट बनाने होंगे बल्कि क्लास रूम गतिविधियों में भाग लेने के साथ अधिक से अधिक कक्षा में हाजिरी भी देनी होगी. इसके अलावा, छमाही परीक्षा और टेस्ट के अंक भी जोड़े जाएंगे. इसके अतिरिक्त अब विद्यार्थियों की क्षमता मापन पर फोकस रखते हुए प्रतिस्पर्धात्मक प्रश्न ज्यादा पूछे जाएंगे. प्रश्न पत्र में इनकी संख्या 30 से बढ़ाकर 50 प्रतिशत तक करने की योजना बनाई गई है.

20 अंकों के लिए करनी होगी काफ़ी मेहनत

बोर्ड विशेषज्ञों की राय और सुझावों के बाद 9वी से 12वीं तक प्रश्न पत्रों में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है. आंतरिक मूल्यांकन को जैसे बोर्ड ने नए पास फार्मूला में जरूरी बनाया है, वैसे ही अब इसके प्रारूप को भी बदला जा रहा है. पहले जहां स्कूल संचालक या शिक्षक विद्यार्थियों को बिना मेहनत के अंक दे देते थे, वहीं अब विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन के 20 अंकों में से भी अच्छे अंक लाने के लिए भी काफी मशक्कत करनी होगी. इसके अतिरिक्त 10वीं और 12वीं में साइंस विषय के प्रैक्टिकल के अलग से 20 अंक करने की बजाए थ्योरी परीक्षा ही 80 अंक की करने पर विचार चल रहा है.

अब इस प्रकार होगा फार्मूला

आंतरिक मूल्यांकन के 20 अकों के लिए दो टेस्ट लिए जाएंगे, जिनके चार अंक होगे. प्री बोर्ड एग्जाम लिए जायेंगे. क्लास का प्रोजेक्ट वर्क होगा. इसके कक्षा में उपस्थिति के भी पांच अंक है. यदि विद्यार्थी की उपस्थिति 95 से 100 प्रतिशत के बीच में है तो पाच अंक मिलेगे. वहीं 90 से 95 प्रतिशत उपस्थिति पर चार अंक मिलेंगे तथा 80 प्रतिशत से कम उपस्थिति पर कोई अंक नहीं दिया जाएगा.

प्रतिस्पर्धात्मक प्रश्नों पर होगा फोकस

बोर्ड ने इस बार बड़ा बदलाव करते हुए प्रतिस्पर्धात्मक प्रश्नों पर फोकस किया है. पहले 30 प्रतिशत तक प्रतिस्पर्धात्मक प्रश्न पूछे जाते थे, इस बार इनकी संख्या 40 से 50 प्रतिशत तक बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. बोर्ड ने प्रश्न पत्र बैंक भी तैयार किया है. इसमें 10वीं व 12वीं के तीन से चार माडल प्रश्न पत्र डाले जाएंगे. जो विद्यार्थियों के लिए काफी लाभकारी साबित होंगे. इनकी रिविजन से जहां विद्यार्थियों को परीक्षा का पैटर्न समझ आएगा वहीं 80 से 90 प्रतिशत सिलेबस भी कवर हो जाएगा.

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