हरियाणा के चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय ने फीस में की तगड़ी बढ़ोतरी, जानिए अब किस कोर्स में लगेगी कितनी फीस?

हिसार | हरियाणा के हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (CCSHAU) हिसार ने राज्य सरकार द्वारा सभी कुलपतियों को अपने विश्वविद्यालयों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कहने के लगभग 10 दिन बाद स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी पाठ्यक्रमों की फीस में भारी वृद्धि की है. विश्वविद्यालय के प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, एक स्नातक पाठ्यक्रम का शिक्षण शुल्क, जो पहले 1,100 रुपये प्रति सेमेस्टर था, अब संशोधित कर 9,000 रुपये कर दिया गया है जबकि स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए प्रति सेमेस्टर 2,200 रुपये चार्ज करने वाले छात्रों को अब 18,000 रुपये खर्च करने होंगे.

HAU Hisar

इस कोर्स की इतनी बढ़ी फीस

लड़कों को पिछले साल की तुलना में दोगुना भुगतान करना होगा, जबकि लड़किया जिनकी ट्यूशन फीस माफ कर दी गई है, को संरचना में 70 प्रतिशत की बढ़ोतरी का भुगतान करना होगा.

पीएचडी कार्यक्रमों में नामांकित छात्रों को 19,260 रुपये (छात्रावास सुविधा के बिना) का भुगतान करना पड़ता था, लेकिन अब यह राशि बढ़ाकर 46,655 रुपये कर दी गई है. इसी तरह, बीटेक पाठ्यक्रमों की फीस 4,950 रुपये से संशोधित कर 10,000 रुपये कर दी गई है.

बीएससी (कृषि) की पढ़ाई करने वाले और होस्टल लेने वाले लड़कों के लिए शुल्क संरचना को बदलकर रु 33,455 प्रति सेमेस्टर, जो पिछले साल लड़कियों के लिए 15,630 रुपये थी, यह राशि 14,530 रुपये से बढ़कर 24,455 रुपये हो गई है. हॉस्टल में नहीं रहने वाले छात्रों को पिछले साल के 11,620 रुपये के मुकाबले 26.405 रुपये प्रति सेमेस्टर का भुगतान करना होगा, जबकि 10520 रुपये प्रति वर्ष की लागत वाले पाठ्यक्रम में अब उनसे 17405 रुपये शुल्क लिया जाएगा.

29 मई को कुलपतियों को लिखा था पत्र

बार- बार प्रयास करने के बावजूद हरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को 29 मई को लिखे पत्र में अतिरिक्त मुख्य सचिव, उच्च शिक्षा ने फीस वृद्धि का सुझाव नहीं दिया, लेकिन विश्वविद्यालयों को आत्मनिर्भर बनाने के तरीके सुझाए. पत्र में लिखा है कि राज्य सरकार की इच्छा है कि सभी राज्य विश्वविद्यालय आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ें और धन के लिए सरकार पर निर्भरता कम करें. इसके लिए, विश्वविद्यालय पूर्व छात्रों, सीएसआर, पीपी परियोजनाओं, शोध अनुदान, पेटेंट, व्यावसायिक उपयोग से धन जुटाएंगे. विश्वविद्यालय की अनुपयोगी भूमि, ऑनलाइन शिक्षा और दूरस्थ शिक्षा और उद्यमशीलता आदि को बढ़ावा देकर वो आत्मनिर्भर बने.

फीस में हुई है मामूली वृद्धि: प्रो. राम बिश्नोई

हिसार स्थित गुरू जम्भेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरस राम बिश्नोई ने कहा कि विश्वविद्यालय को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्होंने नए पाठ्यक्रम पेश किए हैं. उन्होंने कहा, “फीस में हर साल की तरह केवल 5-10 प्रतिशत की मामूली वृद्धि हुई है. पहले प्रत्येक विभाग में प्रति माह 5,000 रुपये की एक फेलोशिप थी, जिसे बढ़ाकर 15,000 रुपये प्रति माह से दो कर दिया गया है.

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