कन्या भ्रूणहत्या की पुख्ता जानकारी देने पर हरियाणा सरकार देगी 1 लाख रुपए का ईनाम, गुप्त रखी जाएगी पहचान

हिसार | हरियाणा में लिंग अनुपात सुधारने व कन्या भ्रूणहत्या जैसे अपराध को खत्म करने के उद्देश्य से एक बड़ा कदम उठाया गया है. शुक्रवार को हिसार में पीसीपीएनडीटी एक्ट-1994 की समीक्षा बैठक हुई जिसमें हिसार उपायुक्त ने स्वास्थ्य व संबंधित विभागों के अधिकारियों को अल्ट्रासाउंड केंद्रों की नियमित निगरानी तथा खराब प्रदर्शन वाले खंडों में विशेष अभियान चलाने की भी हिदायत दी.

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बैठक के दौरान हिसार उपायुक्त उत्तम सिंह ने कहा कि कन्या भ्रूणहत्या की पुख्ता जानकारी देने वालों को 1 लाख रुपए की राशि से पुरस्कृत किया जाएगा. सूचना देने वाले शख्स की पहचान गुप्त रखी जाएगी. उन्होंने बताया कि अप्रैल 2021 से लेकर मार्च 2022 तक 5 लोगों को 1-1 लाख रुपए की इनामी राशि दी जा चुकी है. उन्होंने कहा कि ऐसे जघन्य अपराध करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और इनकी धरपकड़ के लिए स्पेशल अभियान चलाया जाएगा.

अल्ट्रासाउंड केंद्रों की हो नियमित निगरानी

उपायुक्त उत्तम सिंह ने बैठक में बताया कि पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत जिले में साल 2001 से अल्ट्रासाउंड केंद्रों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आरंभ हुई थी और अभी तक 190 यूएसजी केंद्रों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है. उन्होंने हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों को एक कमेटी का गठन कर इन केंद्रों की नियमित रूप से जांच करने की हिदायत दी.

कड़ी मेहनत करने की जरूरत

हिसार उपायुक्त ने कहा कि इस दिशा में अधिकारियों को और अधिक मेहनत करने की जरूरत है. उन्होंने महिला एवं बाल विकास अधिकारी से कहा कि वे अपने अमले के माध्यम से ऐसे लोगों की पहचान करें जो इस गलत धंधे से जुड़े हुए हैं. वही, बैठक में बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ अभियान के स्टेट कोर्डिनेटर डा. जीएल सिंघल ने भी अधिकारियों से कहा कि वे जिले के लिंगानुपात में सुधार के लिए पूरी गंभीरता और आपसी तालमेल के साथ कार्य करें.

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