13 साल बाद बन रहा भानु सप्तमी का योग, इस तरह करें सूर्य देव की पूजा

ज्योतिष | फाल्गुन महीने में सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस महीने सूर्य को विष्णु भगवान के रूप में पूजना चाहिए. रविवार को सप्तमी तिथि होने से भानु सप्तमी योग का निर्माण हो रहा. आने वाली 26 फरवरी को यह योग बनेगा. फाल्गुन मास के रविवार को सप्तमी तिथि का योग 13 साल बाद बन रहा है. इससे पहले 21 फरवरी 2010 को ऐसा हुआ था. अब ऐसा संयोग 14 साल के बाद यानी कि 2037 में बनेगा. आने वाले रविवार को सूर्य पूजा और व्रत करने से कई गुना पुण्य आपको मिलेगा.

Sun Suraj Surya

इस दिन विष्णु रूप में होती है सूर्य देव की पूजा

इस दिन तिथि, वार और नक्षत्र से मिलकर त्रिपुष्कर नामक शुभ योग बन रहा है. इस योग में किए गए शुभ कार्यों का आपको 3 गुना फल प्राप्त होता है. इसके अलावा, इंद्र नाम का योग भी बन रहा है. वहीं, गुरु अपनी ही राशि में और शुक्र उच्च राशि में रहेंगे. इस संयोग में किए गए कामों का आपको कई गुना ज्यादा फल मिलेगा.

पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ गणेश मिश्र ज्योतिष ग्रंथों और पुराणों के हवाले से जानकारी देते हुए बताते हैं कि फाल्गुन महीने में विष्णु रूप में सूर्य भगवान की पूजा करनी चाहिए, ऐसा करने से बीमारियां दूर हो जाती है और आपकी उम्र भी बढ़ती है.

इस प्रकार करें पूजा

पुराणों में सूरज को सूर्यनारायण भी कहा गया है. भगवान विष्णु का ही एक रूप है, हर हिंदी महीने में अलग-अलग रूप और नामों से सूर्य देव की पूजा करने का विधान है. फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष में सूर्य की पूजा करने से जाने अनजाने में आपसे हुए सारे पाप खत्म हो जाते हैं. भानु सप्तमी पर सूरज उगने से पहले तीर्थ में स्नान करने का विधान है. अगर आप ऐसा ना कर पाए तो पानी में गंगाजल की कुछ बूंदें डालकर कर स्नान कर सकते है. इसके बाद, आपको उगते हुए सूर्य की पूजा करनी चाहिए. दिनभर व्रत रखना चाहिए और जरूरतमंद लोगों की सहायता करनी चाहिए.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!