खुशखबरी: हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अब बिना बैग जायेंगे बच्चे, जानिए क्यों

चंडीगढ़ | बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा समय- समय पर अनेक कदम उठाए जा रहे हैं. जैसा कि आप सभी जानते हैं मनोहर लाल खट्टर के द्वारा 108 नए अंग्रेजी मीडियम सरकारी मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल और 1000 सरकारी माडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय की स्थापना की मंजूरी दे दी गई है. इन स्कूलों में दाखिले की प्रक्रिया सितंबर माह से शुरू हो जाएगी. आपको बता दें इन विद्यालयों में पढ़ाई बिना बैग के होने जा रही है यानी बच्चों को इन विद्यालयों में बिना बैग जाना होगा. इन स्कूलों में दाखिला ‘पहले आओ-पहले पाओ’ के आधार पर दिया जाएगा.

School Student

आपको बता दें वर्तमान में 23 सरकारी मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल और 418 बैग फ्री सकूल चलाए जा रहे हैं. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि जो स्कूल में खोले जाएंगे उनके लिए नए भवन का निर्माण नहीं किया जाएगा. फिलहाल उन्हें पुराने भवन में ही कक्षाएं शुरू करवाई जाएंगी. उसके बाद उनके लिए अलग से भवन बनाया जाएगा. इन स्कूलों के लिए शिक्षकों का एक अलग कैडर होगा और उनका चयन मौजूदा सरकारी स्कूलों के शिक्षण स्टाफ मैसेज स्क्रीन के आधार पर ही किया जाएगा. इन स्कूलों के शिक्षकों की ट्रांसफर नीति तैयार की जाएगी. छात्रों को इन स्कूलों में पढ़ाने के लिए मामूली शुल्क ही लिया जाएगा.

ये होगी दाखिला फीस

यदि हम फीस की बात करें तो पहले से पांचवीं कक्षा तक पढ़ रहे छात्रों को ₹500 एडमिशन फीस देनी पड़ेगी. 6वीं से 12 वीं कक्षा तक पढ़ रहे छात्रों को ₹1000 एडमिशन फीस देनी होगी.

ये होगी मासिक फीस

पहली से तीसरी के छात्रों को ₹200 , चौथी से पांचवी कक्षा के लिए ₹250 ,कक्षा आठवीं के लिए ₹300 कक्षा नौवीं दसवीं के लिए ₹400 और कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए ₹500 महीना फीस ली जाएगी ली जाएगी.

ये सुविधाएं मिलेंगी

इन स्कूलों में छात्रों को परिवहन सुविधा भी प्राप्त की जाएगी यानि ट्रांसपोर्टेशन फैसिलिटी स्कूल के द्वारा ही निजी स्कूलों की तरह प्रदान की जाएगी.आपको बता दें इन स्कूलों में सभी बुनियादी सुविधाएं जैसे फर्नीचर ,स्मोक डिटेकटर ,अग्निशमन उपकरण ,सीसीटीवी कैमरे, सौर ऊर्जा पैनल और विनिर्माण जैसी सभी सुविधाएं सरकार के द्वारा बच्चों को उपलब्ध करवाई जाएंगी.

सब कुछ होगा डिजिटल

छात्रों को डिजिटल कक्षा प्रोजेक्टर, एलसीडी, डिजिटल पोडियम, क्लाउड आधारित, ई लर्निंग पहल, वाईफाई और बायोमेट्रिक जैसी बेशुमार सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. सभी प्रकार की प्रयोगशाला जैसे भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, कंप्यूटर प्रयोगशाला, डिजिटल लाइब्रेरी आदि भी इन स्कूलों में बनाई जाएगी. मुख्यमंत्री ने बताया कि 1000 प्ले वे स्कूलों की स्थापना आंगनवाड़ी केंद्रों में की जाएगी जो फिलहाल प्राथमिक विद्यालयों के परिसर के अंदर चल रहे हैं.

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