हरियाणा: हुड्डा को पावरफुल देखना चाहते हैं समर्थक विधायक, सोनिया तक पहुंचा विवाद

चंडीगढ़ | पंजाब के बाद अब कांग्रेस आलाकमान के लिए हरियाणा कांग्रेस में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा के बीच चल रही खींचतान बड़ी समस्या बन गई है. इसका साफ असर हरियाणा की राजनीति पर पड़ेगा. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा समर्थक विधायकों ने संगठन में अपनी अहम भागीदारी की आवाज जोरदार तरीके से उठाई. बता दें कि हुड्डा भी अपने विधायकों की इस मांग से पूरी तरह सहमत है. अधिकतर विधायक पार्टी में किसी तरह के विरोध के पक्ष में नहीं है, लेकिन राष्ट्रीय व प्रदेश की राजनीति को धार देने की मंशा से वह हुड्डा को मजबूत देखना चाहते हैं. जिस वजह से कई विधायकों ने हुड्डा समर्थक नेताओं को जहां प्रदेश स्तरीय संगठन में  पद सौंपने की वकालत की है, साथ ही जिला अध्यक्ष बनने की इच्छा जताई है.

bhupender singh hooda

समर्थक विधायकों ने केसी वेणुगोपाल से की मुलाकात

बता दे कि हरियाणा में कांग्रेस के 31 विधायक हैं जिनमें एक खुदा हुड्डा है. उनके 22 समर्थक विधायक है. पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की जेल से रिहाई के बाद हुड्डा समर्थक 22 विधायक कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कर अपनी बात उन तक पहुंचा चुके हैं. वही हुड्डा के विधायकों की केसी वेणुगोपाल से हुई मुलाकात के बाद प्रचारित किया गया कि उन्होंने शैलजा को अध्यक्ष पद से हटाने की अपनी जिद छोड़ दी है.

वह संगठन में अपनी अहम जिम्मेदारी से ही संतुष्ट है, लेकिन कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने हुड्डा समर्थक विधायकों के इस स्टैंड से साफ इनकार कर दिया. हुड्डा समर्थक विधायकों ने केसी वेणुगोपाल के सामने शेलजा को ना ही हटाने की मांग रखी, ना ही प्रदेश अध्यक्ष बनाए रखने पर सहमति जताई, उनका सिर्फ एक उद्देश्य है कि हुड्डा को हर तरह से मजबूत किया जाए.

विधायक समर्थक बनाना चाहते हुड्डा को पावरफुल

जिस वजह से इन दिनों विधायक कांग्रेस हाईकमान को अपनी बात विस्तार से बता रहे हैं. हुड्डा समर्थक विधायकों की दलील है कि पिछले 8 साल से हरियाणा कांग्रेस का संगठन नहीं बन पाया है. भाजपा के खिलाफ जननायक जनता पार्टी को वोट देने वाले लोग अब दुष्यंत चौटाला से जवाब मांग रहे है. उन्होंने कहा कि भले ही ओम प्रकाश चौटाला जेल से रिहा हो गए हैं, लेकिन गांव में उनकी पैठ बरकरार है. ऐसे में जब तक चौटाला इनेलो को नए सिरे से खड़ा करने की प्रक्रिया प्रारंभ करें, तब तक कांग्रेस को फील्ड में अपनी सक्रियता दिखानी बहुत आवश्यक है.

हरियाणा में भाजपा के खिलाफ चल रहे आंदोलन और अपनी उपरोक्त दलीलों के आधार पर कांग्रेस विधायकों ने हाईकमान से स्पष्ट कहा कि हुड्डा को पावरफुल किया जाना चाहिए. हुड्डा प्रदेश अध्यक्ष को हटाने के बाद उन्हें जिम्मेदारी देने से पावरफुल होते हैं या फिर उन्हें बनाए रखते हुए हुड्डा की पावर बढ़ाई जाती है यह सामंजस्य बैठाना कांग्रेस हाईकमान का काम है.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!