ये हैं हरियाणा की राजनीति के चौथे ‘लाल’, इनकी लोकसभा चुनावों में जीत से खुलेंगे केंद्र की राजनीति के दरवाजे

चंडीगढ़ | एक दौर था जब हरियाणा में केवल तीन ‘लालों’, देवीलाल, बंसीलाल और भजनलाल का नाम गुंजा करता था, लेकिन करीब 10 साल पहले प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा की राजनीति को चौथा लाल दिया है. अब मनोहर लाल खट्टर के बिना राजनीति की चर्चा अधूरी मानी जाती है. बता दें, रोहतक के बनियानी गांव में जन्मे मनोहर लाल को साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करनाल से विधानसभा का चुनाव लड़वाया और जीतने पर प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया था.

CM Manohar Lal Khattar

साढ़े 9 साल तक रहें प्रदेश के मुख्यमंत्री

करीब साढ़े 9 साल तक प्रदेश के मुखिया के रूप में मनोहर लाल खट्टर जनता की सेवा कर चुके हैं. उनके पास कई विकल्प हैं, जो उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में भी नई ऊचाइयों तक पहुंचाने का काम कर सकते हैं. वर्तमान में मनोहर लाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा के अनुरूप करनाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.

साल 2014 में जब उन्होंने पहली बार मुख्यमंत्री के तौर पर पदभार संभाला था, तब विपक्षियों द्वारा उन्हें यह कहकर नीचा दिखाने का काम किया गया कि इन्हें अनुभव कम है, लेकिन आज आलम यह है कि उन्हें खुद पर इतना आत्मविश्वास हो चुका है कि वह प्रदेश की बाकी 9 लोकसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी जनसभाएं कर अपनी पार्टी को फायदा पहुंचाने का काम कर रहे हैं.

हो सकती है राष्ट्रीय राजनीति में एंट्री

यह माना जा रहा है कि यदि वह करनाल लोकसभा का चुनाव जीत जाते हैं, तो उनका भाजपा की राष्ट्रीय राजनीति में एंट्री हो सकती है. स्वयं प्रधानमंत्री मोदी उनके ऊपर कई मौकों पर विश्वास जता चुके हैं. केंद्र की योजनाओं को मनोहर लाल द्वारा जनता तक पहुंचाने का काम बड़ी सफलता से किया गया. नौकरियों में पर्ची- खर्ची के पुराने सिस्टम को खत्म करने, क्षेत्रवाद व भेदभाव को समाप्त करने, अंत्योदय कल्याण की योजनाओं के संचालन करने के जो सफल प्रयोग मनोहर लाल ने किए, वह लोकसभा के चुनाव में उनकी ताकत बन रहे हैं.

दी जा सकती है कोई अहम जिम्मेदारी

अनुमान यह लगाए जा रहे हैं कि मनोहर लाल द्वारा लोकसभा का चुनाव जीतने पर भाजपा द्वारा उन्हें राजनीतिक सुचिता का बड़ा चेहरा बनाया जा सकता है और उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में भी स्थापित किया जा सकता है. चर्चा यह भी चल रही है कि लोकसभा चुनाव में जीतने के बाद मनोहर लाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है या फिर भाजपा संगठन में कोई अहम जिम्मेदारी भी दी जा सकती हैं.

हिसाब किताब में भी माहिर हैं मनोहर लाल

मनोहर लाल को हिसाब- किताब में भी काफी माहिर माना जाता है. जब कभी अधिकारी कंप्यूटर लेकर उनके सामने बैठते हैं तो वह योजनाओं के ऊपर खर्च होने वाले धन तथा बजट में होने वाली आय को कॉपी पर पेन से इस प्रकार गुणा- भाग कर देते हैं कि अधिकारी हक्के- बक्के रह जाते हैं.

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