हरियाणा कांग्रेस में फूट: 19 विधायकों ने की हुड्डा को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग, कांग्रेसी खेमे में जबरदस्त गुटबाजी

चंडीगढ़ | कांग्रेस पार्टी के भीतर राज्यों में जबरदस्त गुटबाजी और खेमेबंदी कुछ समय पहले से देखने को मिल रही है चाहे फिर वह राजस्थान हो या पंजाब राज्य. गुटबाजी की यह लहर अब हरियाणा राज्य की ओर बढ़ती नजर आ रही है. दरअसल बीते दिन दिल्ली में हरियाणा कांग्रेस मामलों के प्रभारी विवेक बंसल की अध्यक्षता में हरियाणा कांग्रेस विधायकों और वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक हुई.

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सूत्रों की माने तो दिल्ली में विवेक बंसल की अध्यक्षता में हुई बैठक का मुख्य उद्देश्य तो राज्य में चल रहे कृषि आंदोलन के साथ-साथ आगामी पंचायत चुनाव और संगठन विस्तार जैसे मुद्दों पर चिंतन मंथन करना था. इन तमाम मुद्दों की बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक विधायक वर्तमान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैजला को अध्यक्ष पद से हटाने की मांग करने लगे. ऐसा पहली बार हुआ कि 19 विधायकों ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल के सामने खुलकर हुड्डा को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग रखी. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, विधायकों का साफ तौर पर कहना था कि करीब 8 सालों से प्रदेश में पार्टी का संगठन नहीं बन पाया. प्रदेशाध्यक्ष बदलने के बावजूद भी कॉन्ग्रेस पार्टी मजबूत नहीं बन पा रही है इसलिए हुड्डा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाए. ताकि आगामी चुनाव में कांग्रेस प्रदेश में अच्छा प्रदर्शन कर पाए.

दिल्ली में गुटबाजी और खेमेबंदी की हुई इस बड़ी हलचल के बाद प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई. मामले की तुरंत बाद ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा अपने समर्थक विधायकों के साथ चंडीगढ़ पहुंच गई और पार्टी के भीतर हो रही तमाम गतिविधियों पर चर्चा करने लगी. वहीं दूसरी ओर प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल और कुमारी सैलजा के जरिए पार्टी के भीतर चल रही गुटबाजी की खबर हाईकमान तक पहुंच गई. गौरतलब बात यह है कि प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल ने कहा कि विधायकों द्वारा प्रदेशाध्यक्ष को बदलने की मांग नहीं की गई है.

सौ बात की एक बात यह है कि कांग्रेस के अधिकांश विधायक हुडडा के खेमे से हैं, जो कांग्रेस संगठन की कमान सांसद दीपेंद्र हुड्डा को सौंपे जाने के पक्षधर हैं. सभी का एक सुर में कहना है कि राज्य में कांग्रेस को हुड्डा ही मजबूत कर सकते हैं. सांसद दीपेंद्र हुडडा युवा नेता है, जो प्रदेश में बेहतर कामकाज कर सकते हैं लेकिन फैसला हाईकमान को लेना है. गीता भुक्कल, बीबी बतरा, रघुबीर कादियान, आफताब अहमद, राव दान सिंह, धर्म सिंह छौक्कर, जयवीर वाल्मीकि, राजेंद्र जून, सुरेंद्र पवार समेत तमाम विधायकों ने साफ तौर पर बोल दिया है कि हम सभी ने मिलकर कांग्रेस प्रभारी के सामने अपने दिल की बात रख दी है.

प्रदेश के 23 विधायक सोनिया गांधी से मिलने की भी मांग कर रहे थे. पार्टी के भीतर से पहले ही यह खबर सामने निकल कर आ रही थी कि राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा प्रदेश अध्यक्ष बनना चाहते हैं. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा सीएलपी का पद पद छोड़कर कांग्रेस के बड़े पद पर जा सकते हैं और वही कुलदीप बिश्नोई को सीएलपी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है. अब देखना दिलचस्प होगा कि आखिर हाईकमान हरियाणा राज्य में चल रही खेमीबाजी को बिना नुकसान हुए कैसे हल करती है.

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