रेवाड़ी की इस दुकान पर मिलेगी 50 तरह की स्पेशल बर्फी, दूर- दूर से खरीदने आते हैं लोग

रेवाड़ी | भारत त्योहारों का देश है और इस देश में कोई भी त्योहार मिठाइयों के बिना अधूरा माना जाता है. त्योहारों के साथ- साथ अगर मेहमानों को मिठाई न परोसी जाए तो मेहमान नवाजी पूरा नहीं होती. अगर हम रेवाडी की मिठाइयों की बात करें तो “प्रभात स्वीट्स” की मशहूर बर्फी जैसी मिठाई आप को कहीं भी नहीं मिलेगी. इस बर्फी के लोग दीवाने हैं जिसकी खरीददारी करने लोग सिर्फ हरियाणा से ही नहीं बल्कि राजस्थान तक के आते हैं.

Parbhat Sweets Rewari

दुकान पर तैयार की जाती हैं 50 तरह की मिठाइयां

रेवाड़ी के लोग कहते हैं कि शुरुआती दिनों में इस दुकान में 1-2 तरह की मिठाइयां ही बनती थीं, लेकिन लोगों के मिठाइयों के प्रति प्रेम को देखते हुए आज इस स्वीट्स में 50 से भी ज्यादा तरह की मिठाइयां बनाई जाती हैं. कुछ दिन पहले इस परिवार ने अलग तरह दुकानें बनाने का फैसला किया था लेकिन, फिर मिठाई की दुकान की खोली. बता दें, वर्तमान में धारूहेड़ा चुंगी पर एक दुकान “प्रभात स्वीट्स” और एक “प्रभात स्वीट्स एंड सन” के नाम से संचालित की जा रही हैं, दोनों दुकानें गज़ब की मिठाई बनाती हैं.

दूध की गुणवत्ता भी रखी जाती है ख़ास

इस दुकान के मालिक ने बताया कि उनकी बर्फी के स्वाद के पीछे सबसे बड़ी वजह बर्फी में इस्तेमाल होने वाली सामग्रियां हैं. रोजाना खपत के अनुसार बर्फी बनाई जाती है. विशेषकर दूध की गुणवत्ता का ख़ास ध्यान रखा जाता है. बर्फी में इस्तेमाल होने वाली अन्य चीजों की गुणवत्ता भी सबसे अच्छी इस्तेमाल की जाती है. मिठाई बनाने में किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. बड़े प्यार से हलवाई बर्फी बनाते हैं इसलिए लोगों को उनकी बर्फी ज्यादा पसंद आती है. बर्फी भी ख़ास किस्म है जिसकी फ़िलहाल खूब डिमांड है.

फेरी लगाते- लगाते बना डाली मशहूर बर्फी की दुकान

बता दें कि रेवाड़ी शहर के धारूहेड़ा चुंगी स्थित प्रभात स्वीट्स की शुरुआत वर्ष 1984 में स्वर्गीय लालाराम ने अपने भाई प्रभाती लाल सैनी के नाम पर की थी. साल 1984 से पहले वह शहर के सर्राफा बाजार में फेरी लगाकर बर्फी और रबड़ी- बूंदी बेचा करते थे. कुछ दिन बाद, उनके बेटे उमराव सिंह सैनी और फतेहचंद सैनी ने धारूहेड़ा चुंगी पर प्रभात स्वीट्स नाम से दुकान की शुरुआत की.

460 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिलती है खोया बर्फी

दिनेश सैनी का कहना है कि उनकी यह तीसरी पीढ़ी यह बर्फी का काम कर रही है. वैसे तो दुकान पर कई तरह की मिठाइयां बनाई जाती हैं लेकिन, लोगों को यहां की बर्फी सबसे ज्यादा भाती है. उन्होंने बताया कि उनके दुकान पर यहां खोया बर्फी, काजू बर्फी और नारियल बर्फी के अलावा कई तरह की बर्फी बनाई जाती हैं. खोया बर्फी 460 रुपये प्रति किलो के हिसाब से, काजू बर्फी 700 रुपये प्रति किलो बेची जा रही है.

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