हरियाणा की इस खाप पंचायत का बड़ा फैसला, गांव में नहीं लगने देंगे Smart मीटर

रोहतक । हरियाणा की हुड्डा खाप पंचायत ने स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध में अपनी आवाज बुलंद कर दी है. किलोई गांव की चौपाल में हुड्डा खाप के प्रधान ओमप्रकाश हुड्डा की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि हुड्डा खाप के सभी 25 गांवों किलोई, भैयापुर, लाढौत, टिटौली, रुड़की, मुगांण, ब्राह्मणवास, सुंदरपुर, सांघी, घुसकानी, जिदंरान, मकड़ौली, बसंतपुर, खिड़वाली, टिटौली में कोई भी व्यक्ति बिजली के स्मार्ट मीटर घरों से बाहर न लगवाएं.

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पंचायत में मौजूद प्रतिनिधियों ने बताया कि स्मार्ट मीटर दूसरे मीटरों की अपेक्षा ज्यादा बिजली की खपत दर्ज करते हैं जिसके चलते सर्द मौसम में भी लोगों के घरों में 10-10 हजार रुपए के बिजली बिल आए हैं. खपत से ज्यादा बिजली बिल आने पर ही लोगों ने बिजली बिलों का भुगतान नहीं करने का फैसला लिया है.

पंचायत में फैसला लिया गया कि गांव में स्मार्ट मीटर लगाने आने वाली बिजली निगम की टीम का हर तरह से विरोध किया जाएगा. इस विरोध में एक गांव दूसरे पड़ोसी गांव की पूरी मदद करेगा. पंचायत में कहा गया कि यदि किसी गांव में बिजली निगम की टीम पहुंचती है तो वह गांव पड़ोसी गांवों को तुरंत सूचित करेगा ताकि पड़ोसी गांव समय रहते मौके पर पहुंचकर बिजली निगम की टीम को गांव से बाहर निकाल सकें.

खाप प्रधान ओमप्रकाश हुड्डा ने कहा कि किसी भी सूरत में गांवों में स्मार्ट मीटर नहीं लगने दिए जाएंगे. भले ही सरकार हुड्डा खाप के लोगों पर मुकदमे दर्ज करें लेकिन विरोध हर हाल में किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सर्दी के मौसम में भी लोगों को 10-10 हजार के बिजली बिल भेजे गए हैं. ऐसे में कई उपभोक्ताओं की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वो इतने भारी-भरकम बिल का भुगतान कर सके. ऐसे में लोगों के पास एक ही ऑप्शन है कि बिजली बिल का भुगतान न करें और स्मार्ट मीटर भी न लगने दें.

ज्यादा बिल देने का आरोप

पंचायत में मौजूद भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के जिला प्रधान राजू मकड़ौली ने कहा कि हुड्डा खाप के निर्णय का पालन किया जाएगा क्योंकि स्मार्ट मीटर के जरिए सरकार सीधा लोगों की जेबों पर डाका डाल रही है. कम बिजली इस्तेमाल करने के बावजूद भी स्मार्ट मीटरों में अधिक यूनिट दर्ज हो रही है.

उन्होंने बताया कि कुछ गांवों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं और जब वहां बिजली बिल आया तो लोग हैरत में पड़ गए. 4 हजार, 5 हजार से कम का बिजली बिल वाला एक भी उपभोक्ता नही था और किसी को तो दस हजार रुपए तक का बिजली बिल भेजा गया है. राजू मकड़ौली ने कहा कि हुड्डा खाप के आदेशानुसार किसी भी गांव में अब सामान्य मीटरों की जगह स्मार्ट मीटर नहीं लगने दिए जाएंगे. बिजली निगम की टीम को गांव से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.

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