हरियाणा में फेल हो चुके विधार्थियों को मर्सी चांस देने की तैयारी, इसलिए स्कूल उठा रहे हैं बड़ा कदम

अंबाला । एक ओर तो शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों को बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए स्कूल स्तर पर टारगेट दें रहा है वहीं दूसरी ओर फेल हो चुके छात्रों को मर्सी चांस देने की तैयारी में है. वहीं आंकड़ों पर गौर किया जाए तो अंबाला जिले में 20 जून तक केवल 638 विधार्थियों की बढ़ोतरी ही सरकारी स्कूलों में हुई है.

School Students
वहीं पूरे हरियाणा की बात की जाए तो शिक्षा विभाग के इस स्पेशल अभियान के तहत 36 हजार 708 विधार्थियों ने सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया है. अब स्कूलों को फिर से टारगेट दिया गया है कि वे 10% छात्रों की संख्या बढ़ाए. इस अभियान के तहत सबसे अहम टारगेट ड्रापआउट बच्चे हैं,जिनकी जानकारी स्कूलों ने जुटा ली है और जल्द ही इनके अभिभावकों से सम्पर्क किया जाएगा. नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा में फेल हुए विधार्थियों को दोबारा मौका देते हुए उनकी परीक्षा ली जाएगी.

इस तरह रहेंगे विधार्थी बढ़ाने के निर्देश

शिक्षा विभाग ने दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा है कि स्कूलों को स्कूल मेनेजमेंट कमेटी की सहायता से कार्य करना होगा. विशेष तौर पर ड्रापआउट बच्चों की जानकारी एकत्रित कर उनसे संपर्क करना और जो बच्चे किसी कारणवश स्कूल नहीं आ पाएं उन पर काम करने को कहा गया है. विधार्थियों की संख्या बढ़ाने की बात की जाए तो रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम और अंबाला जिले 1% का आंकड़ा भी नहीं छू पाए हैं. जबकि पूरे प्रदेश की बात की जाए तो विधार्थियों की बढ़ोतरी 1.8% है. विधार्थियों की बढ़ोतरी सबसे ज्यादा हिसार में 3.6% वहीं दूसरे नंबर पर सोनीपत में 3.1% नोट की गई है.

जल्द पूरा होगा टारगेट

बीईओ अंबाला केंट रेणु अग्रवाल ने कहा कि स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ाने संबंधी निर्देश आएं हैं. इस पर काम शुरू हो गया है. इसकी मॉनिटरिंग जारी है, जल्द ही लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा.

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