कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए एंबुलेंस बढ़ाने का फैसला, 50 करोड की लागत से खरीदे जाएंगे नए वाहन

चंडीगढ़ । कोविड-19 की दूसरी लहर कम होने के बाद सेहत विभाग के आला अफसरों ने राहत की सांस ली. विशेषज्ञ द्वारा अब तीसरी लहर की आशंका जाहिर की जा रही है. जिसकी वजह से एक बार फिर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के गृह एवं सेहत मंत्री ने विभाग के आला अफसरों को साफ कर दिया है कि किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाए, हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहें. इसी क्रम में राज्य मे एंबुलेंस का बेड़ा बढ़ाने का भी फैसला लिया गया है.

HOSPITAL DOCTOR

188 नई एंबुलेंस खरीदी जाएगी 

बता दें कि राज्य में स्वास्थ्य महकमे द्वारा पहली लहर और उसके अनुभवों को ध्यान में रखते हुए इस बार हर कदम फूंक-फूंक कर रखा जा रहा है. गत दिवस प्रदेश कोविड-19 कमेटी की बैठक में मंत्री ने साफ कर दिया कि किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. राज्य में लगभग 188 एंबुलेंस की खरीद की तैयारी है, जिस पर लगभग 50 करोड रुपए की लागत आएगी. एंबुलेंस अगस्त महीने तक खरीदने के लिए होमवर्क पूरा कर लिया गया है.

बता दें कि राज्य के पास फिलहाल 438 एंबुलेंस है. अगस्त में एंबुलेंस खरीदने के बाद इनकी संख्या बढ़कर 626 हो जाएगी. तीसरी लहर की आशंका और कोरोना से जंग में इनका अहम रोल होगा. मंत्री द्वारा निर्देशों और तीसरी लहर की आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए विभिन्न विभाग कार्य करने में लगे हुए हैं. यह कार्य बड़ी तेजी से हो रहा है. कोरोना की दो लहरों के दौरान एंबुलेंस को लेकर बड़ी चुनौती सामने आई.

किस जिले को कितनी दी जाएंगी इसकी भी अभी से तैयारी

एनएचएम, हरियाणा द्वारा 188 एंबुलेंस खरीदने की तैयारी कर ली गई है. इस खरीद के बाद में नई एंबुलेंस हर जिले को उनके मरीजों और जरूरत के हिसाब से ही वितरित होंगी. इनमें बताया जा रहा है कि 13 एंबुलेंस सिरसा जिले  और 12 भिवानी इसी तरह से हिसार, महेंद्रगढ़, सोनीपत को 11-11 एंबुलेंस दी जाएंगी. इसके अलावा यमुनानगर, कैथल, झज्जर को 9-9 एंबुलेंस दी जानी हैं.कुरुक्षेत्र, नूंह( मेवात), पंचकूला, पानीपत 8, रेवाड़ी और रोहतक को 8-8 एंबुलेंस दी जाएगी.

करनाल, फतेहाबाद और अंबाला के हिस्से 7-7 एंबुलेंस आएंगी. फरीदाबाद को 6 एंबुलेंस मिलनी हैं.नई एंबुलेंस खरीदे जाने के बाद एंबुलेंस के रिस्पांस और ड्रॉप टाइम में कमी आएगी.एंबुलेंस की संख्या बढ़ने पर मरीजों को अस्पताल में ले जाने और लाने में जो समय लगता है, उसमें कमी आएगी साथ ही गंभीर मरीज को समय पर उपचार मिलने से उनकी जान बचायी जा सकेगी.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!