जानिए क्यों स्कूली छात्रों से 3 साल बाद वापस लिए जाएंगे टैब, शिक्षा मंत्री ने बताया कारण

चंडीगढ़ । टैबलेट का वितरण इसी महीने यानी 5 मई से एमडीयू रोहतक के टैगोर ऑडिटोरियम से शुरू हो जाएगा. शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर के मुताबिक राज्य में 10वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाने वाले 33 हजार पीजीटी (शिक्षक) को भी मुफ्त टैबलेट मिलेंगे. वहीं बोर्ड कक्षा 10वीं-12वीं के 5 लाख छात्रों को टैब और पीएएल (पर्सनलाइज्ड एडैप्टिव लर्निंग) प्लेटफॉर्म के साथ प्रतिदिन 2 जीबी डेटा मुहैया कराया जाएगा.

kanwar pal gujjar

टैब वितरण का पोस्टर लांच करने के बाद शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि 5 मई से टैबलेट बांटने का कार्यक्रम शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी तक 11वीं कक्षा में बच्चों का नामांकन नहीं हुआ है. 10वीं के बोर्ड के नतीजे आने के बाद जून 2022 में 2.30 लाख से ज्यादा छात्रों के लिए अलग से टैबलेट खरीदा जाएगा.बता दें कि टैब को ई अधिगम योजना के तहत बांटा जाएगा.

नए टैब मिलने को लेकर अधिकतर छात्र इस वक्त उत्साह में है. मगर छात्रों के लिए एक निराशाजनक बात ये है कि उनसे यह टैबलेट वापस भी ले लिए जाएंगे. इस बात की पुष्टि पोस्टर जारी करते हुए खुद शिक्षा मंत्री ने की है. आइए जानते हैं शिक्षा मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान टैब वापस लिए जाने को लेकर क्या कहा है.

कब वापस लिए जाएंगे टैब

शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने इस दौरान यह भी बताया कि टैब 3 साल बाद वापस छात्रों से ले लिया जाएंगे. इसका सबसे बड़ा कारण उन्होंने बताया है कि 12वीं के बाद बच्चों की पढ़ाई खत्म हो जाएगी. तब उन्हें टैब की क्या जरूरत होगी. जब उनसे यह पूछा गया कि क्या टैब दोबारा जब बच्चों को दिए जाएंगे क्या वही पुराने दिए जाएंगे या नए दिए जाएंगे. तो उन्होंने बताया कि टैब नए दिए जाएंगे और साथ ही यह भी बताया कि परिस्थितियों पर निर्भर करता है. अगर टैब की हालत ठीक है तो वही दिए जाएंगे, अगर हालत ठीक नहीं है तो नए दिए जाएंगे. यानी कि है सारा उस समय की स्थिति पर निर्भर करता है.

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