Saving Idea: साल 2023 में निवेश करते समय इन बातों का अवश्य रखें ध्यान, नहीं आएगी परेशानी

नई दिल्ली, Saving Idea | हाल के वर्षों में साल 2022 को सबसे महंगे साल के तौर पर याद रखा जाएगा. इस साल महंगाई को कंट्रोल करने के लिए कई बार ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी की गई. बता दें कि यह ट्रेंड केवल भारत का ही नहीं है बल्कि दुनिया भर के सेंट्रल बैंकों ने ब्याज दरों को बढ़ाने में जरा सी भी कंजूसी नहीं की.

Salary Rupee

कई दिग्गजों रिसर्च एजेंसियों की रिपोर्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी की वजह से साल 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त हो सकती है. इसका सीधा प्रभाव आम लोगों की नौकरियों और वेतन बढ़ोतरी पर देखने को मिलेगा. आज की इस खबर में हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताएंगे जिनसे आप नए साल में पैसा बचाने में सफलता हासिल कर पाएंगे.

निवेश करने से पहले इन बातों का अवश्य रखें ध्यान

यदि आप साल 2023 में निवेश करना चाहते हैं तो आपको साल 2022 की कुछ घटनाओं को अवश्य देखना होगा. अक्सर लोग दूसरे के उदाहरण सुनते और अजमाते हैं और फिर पैसा लगाकर गंवा देते हैं. क्रिप्टो करेंसी भी एक ऐसी ही मिसाल रही है, जिसने साल 2022 में लोगों को मोटा नुकसान पहुंचाया है. ऐसे में बेहद जरूरी हो जाता है कि आप किसी भी अनिश्चित निवेश से बचें.

साल 2022 में ब्याज दरों में बढ़ोतरी होती रही है और ऐसा लग रहा है कि साल 2023 में भी इसके रुकने के कोई आसार नहीं है. इसको देखते हुए बैंक FD में निवेश करना एक बेहतर और सुरक्षित विकल्प है.

साल 2023 में यहां निवेश करना एकदम सुरक्षित

दिसंबर 2022 में हुई ब्याज बढ़ोतरी के बाद अधिकांश बैंकों की तरफ से एफडी पर 7 फीसदी से भी ज्यादा का इंटरेस्ट दिया जा रहा है. यह एक तय रिटर्न है, इसमें किसी प्रकार का कोई भी संकट नहीं है. लगातार कर्ज की डिमांड बढ़ रही है. इसी को देखते हुए बैंकों की तरफ से डिपाजिट को आकर्षक बनाने के लिए ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी की जा रही है इसलिए उम्मीद है कि बैंक 2023 में भी ब्याज दरों में इसी प्रकार की बढ़ोतरी जारी रखेंगे.

साल 2022 में पहले तो रूस- यूक्रेन युद्ध के बाद पैदा हुई अनिश्चिताएं और फिर सप्लाई चैन ब्रेक होने की वजह से महंगाई ने शेयर बाजार में गिरावट का माहौल बना दिया.

साल 2022 नहीं रहा निवेशकों के लिए ज्यादा अच्छा

इसी वजह से पिछले साल IPO का मार्केट भी निवेशकों के लिए ज्यादा अच्छा नहीं रहा. साल के खत्म होते होते भारतीय शेयर बाजार लगातार तीसरे साल वैश्विक बाजारों के मुकाबले में बढ़त के साथ बंद हुए. साल की पहली छमाही में 53,000 के न्यूनतम स्तर पर लुढ़कने के बाद शेयर बाजार ने जोरदार वापसी की और 10,000 अंकों की उछाल लेते हुए पहली बार 63 हजार का आंकड़ा छू लिया.

शेयर बाजार की इस जोरदार वापसी से यह संकेत तो साफ मिला कि कभी बाजार की गिरावट में हड़बड़ी या घबराहट दिखते ही आपको अपने पैसे निकालने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए.

आपको हर हालात में सब्र करना चाहिए, गिरावट की स्थिति में मार्केट को समझकर ही निवेश करें. जिसके जरिए आप दोबारा तेजी से मुनाफा कमा पाएंगे. किसी भी निवेश पर मिलने वाले ब्याज को तो अक्सर महंगाई दर चट कर जाती है. ऐसे में साल दर साल बीतने के बावजूद मूल रकम या तो उतनी ही बनी रहती है या फिर कम हो जाती है. ऐसे में रकम को बढ़ाने का अकेला जरिया ब्याज पर मिलने वाला ब्याज यानी कि कंपाउंड इंटरेस्ट है. आपको जल्द-से-जल्द निवेश की शुरुआत करनी चाहिए, इससे ब्याज पर ज्यादा ब्याज मिलेगा और निवेश को भी फायदा होगा.

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