हरियाणा के इस शहर में तैयार हो रही दुनिया की सबसे ऊंची भगवान श्रीराम की मूर्ति, सरयू नदी के तट पर होगी स्थापित

गुरुग्राम | अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह को लेकर तैयारियां जोरों पर है. इसी मंदिर के पास सरयू नदी के तट पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम (Shri Ram) की मूर्ति स्थापित की जाएगी. 823 फीट ऊंची इस मूर्ति को गुरुग्राम के मानेसर (Manesar) में तैयार किया जा रहा है. 5 धातुओं से निर्मित विश्व की सबसे ऊंची राम प्रतिमा को गुरुग्राम निवासी रमेश कुमावत बना रहे हैं.

God Shri Ram

2 से 3 साल का लगेगा टाइम

मानेसर के सेक्टर- 8 में श्रीराम की सबसे ऊंची प्रतिमा को बनाने को लेकर थ्री डी एनिमेशन मशीन और कम्प्यूटर से काम चल रहा है. मूर्तिकार रमेश कुमावत खुद प्रतिमा के वजन से लेकर क्वालिटी तक अध्ययन करने में जुटे हुए हैं. उन्होंने बताया कि इस मूर्ति को तैयार होने में 2 से 3 साल तक का समय लगेगा. जब यह प्रतिमा बनकर तैयार हो जाएगी तो इसे टुकड़ों में अयोध्या ले जाया जाएगा.

3 पीढ़ियों से जुड़ें है मूर्ति कला से

अयोध्या में सरयू नदी के तट पर स्थापित होने वाली प्रभु श्रीराम की सबसे ऊंची प्रतिमा को बनाने का जिम्मा संभाल रहे फेमस मूर्तिकार रमेश कुमावत ने बताया कि उनकी 3 पीढियां मूर्तिकला से जुड़ी हुई है. वो पूरे विश्व में अबतक 220 छोटी और बड़ी मूर्तियां बना चुके हैं. इनमें प्रमुख रूप से गुरुग्राम के शीतला माता मंदिर में लगी माता की प्रतिमा, राजस्थान के नाथद्वार में स्थापित शिव मूर्ति आदि है. उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है.

उन्होंने बताया कि अयोध्या जाने से पहले श्रीराम की मूर्ति कई साल गुरुग्राम में ही विश्राम करेगी. हालांकि, एक छोटी मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर में स्थापित की जाएगी. ऐसे में अयोध्या नगरी को एक अलग पहचान देने के लिए गुरुग्राम में दुनिया की सबसे ऊंची भगवान श्री राम की मूर्ति तैयार की जा रही है.

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