क्या लक्ष्मी पूजन के बाद भी करनी चाहिए मूर्तियों की पूजा? भूल कर भी ना करें ये गलतियां

ज्योतिष | सनातन धर्म में दीपों के त्यौहार कहे जाने वाले दीपावली का विशेष महत्व है. अभी कुछ दिन पहले ही दीपावली का पर्व मनाया गया था. दीपावली के पर्व को भगवान श्री राम के 14 वर्ष के वनवास को पूर्ण कर अयोध्या नगरी वापिस लौट के उपलक्ष में मनाया जाता है. इस दिन घर में लक्ष्मी गणेश की पूजा की जाती है और सभी लोग अपने घरों में नई- नई मूर्तियां भी लेकर आते हैं और उनकी पूजा अर्चना करते हैं.

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आज हम आपको बताएंगे की लक्ष्मी पूजन के बाद आपको इन मूर्तियों का क्या करना चाहिए. अगर आपको भी इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं है, तो आज की यह खबर आपके लिए है.

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लक्ष्मी पूजन की मूर्तियों का क्या करें?

पटना के ज्योतिष आचार्य राम रतन भारद्वाज की तरफ से जानकारी देते हुए बताया गया कि यदि आप दीपावली के मौके पर लक्ष्मी गणेश की मिट्टी की बनी हुई मूर्ति लेकर आए है, तो आपको उसे लाल कपड़े में लपेटकर जल में विसर्जित कर देना चाहिए. अगर ऐसा कर पाना संभव न हो, तो आप घर पर ही किसी शुद्ध पात्र में जल भरकर उसमें मूर्तियों को गला सकते हैं और फिर उस पानी को किसी गमले में अर्पित कर दीजिए.

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इसके अलावा, यदि आप भी दीपावली के दिन लक्ष्मी गणेश जी की चांदी, सोने या फिर पीतल की मूर्ति लेकर आए है तो दीपावली पूजन के बाद आपको इस मूर्ति को गंगाजल से स्नान करवाना चाहिए. उसके बाद, फिर से इस मंदिर में स्थापित कर देना चाहिए या फिर अपनी तिजोरी में रख देना चाहिए.

ऐसा करने से बचें

ज्योतिष आचार्य की तरफ से जानकारी देते हुए बताया गया कि कई बार लोग लक्ष्मी गणेश की मूर्ति का पूजन करने के बाद उन्हें पेड़ के नीचे रख देते हैं, ऐसा करना बिल्कुल भी अच्छा नहीं माना जाता. ऐसा करने से आपको निश्चित रूप से बचना चाहिए. अगर आप पूजन के बाद मूर्तियों को पेड़ के नीचे रखेंगे तो आपको निश्चित रूप से समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

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डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.

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