अब हरियाणा में जाति प्रमाण पत्र अलग से बनवाने की नहीं होगी आवश्यकता

कैथल | हरियाणा सरकार की ओर से हाल ही में बनवाएं जा रहे हैं परिवार पहचान पत्र में दर्ज करवाई जा रही जाति की तस्दीक पटवारियों से करवाई जाएगी. ऐसे में अब यह भी स्पष्ट हो गया है कि पटवारी गांव के सरपंच, नंबरदार व चौकीदार की सहायता से यह काम पुरा करेंगे. अब तस्दीक के बाद स्थाई तौर पर परिवार पहचान पत्र में सांझा किया गया जाति का विवरण ही जाति प्रमाण पत्र के रूप में काम करेगा. दरअसल, अब सरल शब्दों में यह कहा जा सकता है कि भविष्य में जाति प्रमाण पत्र की किसी भी प्रकार से कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी. इस काम को पूरा करनेके लिए लघु सचिवालय में पटवारियों को ट्रेनिंग भी दी गई है.

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इस दौरान मास्टर ट्रेनर नवीन बंसल ने कलायत, राजौंद, पूंडरी, गुहला, ढांड, सीवन व कैथल के पटवारियों को शिफ्ट अनुसार परिवार पहचान पत्र वेरिफिकेशन का कार्य विस्तार पूर्वक बताते हुए यह जानकारी दी. एडीसी सतबीर सिंह कुंडू ने संवाददाताओं के साथ जानकारी साझा करते हुए बताया कि जिस जाति के लिए सरकार द्वारा जिस भी विभाग में यह योजना चलाई जाएगी, उस विभाग में वह डाटा अपडेट हो जाएगा. इस काम के लिए पटवारियों को फरवरी माह की 28 तारीख़ तक का समय दिया गया है.

परिवार पहचान पत्र को मिली जाति प्रमाण पत्र की जगह

अभी तक अलग अलग प्रकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए तहसील कार्यालय द्वारा वेरिफिकेशन के बाद ई- दिशा केंद्र या सीएचसी से जाति प्रमाण पत्र बनवाया जाता है और उसके लिए पहले सरपंच के हस्ताक्षर करवा कर फिर पटवारी से तस्दीक करवानी पड़ती है. इसके अलावा ई- दिशा केंद्र या सीएचसी पर भी जा कर यह प्रमाण पत्र बनवाना पड़ता है. ऐसे में अब सरकार की ओर से इसके लिए स्थाई व्यवस्था की जा रही है. जिसकी सहायता से परिवार पहचान पत्र में ही जाति दर्ज कर दी जाएगी. इसके बाद से हमेशा के लिए परिवार पहचान पत्र ही जाति के लिए एक पक्का दस्तावेज बन जाएगा. उसके बाद जहां भी जाति आधारित वेरिफिकेशन की आवश्यकता पड़ेगी, वहां पर परिवार पहचान पत्र की प्रति देकर काम को सही ढंग से पुरा कर दिया जाएगा.

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