भूकंप की आहट से करनाल में जिला और पुलिस प्रशासन में हड़कंप, आवाजाही पर रोक

करनाल ।  शुक्रवार सुबह जिला सचिवालय परिसर में भूकंप आने की आहट महसूस हुई.जिससे जिला एवं पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में जिला सचिवालय में लोगों की आवाजाही पर रोक लगाई गई. पुलिस द्वारा सभी दरवाजे बंद कर दिए गए. सचिवालय परिसर व आसपास का क्षेत्र भी छावनी में तब्दील कर दिया गया.

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बता देगी जिला सचिवालय में आज दोपहर 12:00 बजे भूकंप जैसी आपदा से बचाव को लेकर मॉक ड्रिल की जाएगी. इसके लिए सुबह 9:00 बजे से ही तैयारियां शुरू कर दी गई है. सचिवालय के सभी गेट बंद करके लोगों की आवाजाही रोक दी गई है.चारों और पुलिस का कड़ा पहरा लगाया गया है.

 मॉक ड्रिल को लेकर की गई बैठक

एक दिन पहले ही वीरवार को जिला उपायुक्त जिला व आपदा प्रबंधन निशांत कुमार यादव  ने मॉक ड्रिल को लेकर अधिकारियों के साथ जरूरी मीटिंग कर सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए थे. इसमें बताया गया कि प्राकृतिक आपदा अचानक कभी भी, कहीं भी आ सकती है.

यह जानमाल की हानि व विनाश अपने पीछे छोड़ जाती है. लेकिन यदि इससे बचाव की पूरी तैयारियां हो, तो काफी हद तक जान माल की हानि से बचा जा सकता है. अगर हमें पता है कि आपदा के समय क्या करना है और क्या नहीं करना, इससे काफी हद तक बचा जा सकता है. इसी को लेकर समय समय पर मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी. इसमें सभी व्यक्तियों व अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी बताई जाएगी.

 एनडीआरएफ को सौंपी गई मुख्य जिम्मेदारी

गाजियाबाद से नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स की आठवीं बटालियन के डिप्टी कमांडेंट आदित्य प्रताप सिंह ने अपने अधीनस्थ के साथ शामिल हुए.उन्होंने बताया कि उनकी बटालियन को गृह मंत्रालय की ओर से अगले 3 वर्षों तक देश के 64 जिलों में भूकंप से बचाव को लेकर इस तरह की मीटिंग और मॉक एक्सरसाइज करवाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. भूकंप से बचाव की तैयारियों को लेकर इस तरह के एक्सरसाइज के लिए 3जॉन बनाए गए हैं.

इसमें दिल्ली एनसीआर,हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड शामिल है. हरियाणा में हाई राइज यानि की ऊंची ऊंची बिल्डिंग है इसको देखते हुए इसे तीसरे जोन में शामिल किया गया है. क्योंकि भूकंप जैसी आपदा के समय नुकसान और उससे बचाव का विषय ऊंची बिल्डिंगो से संबंधित है.

 3 सेक्शंस मे  टीम बनाई गई

उपायुक्त करनाल रिस्पांसिबल ऑफिसर, एडीसी एवं स्टेजिंग एरिया मैनेजर को इंसिडेंट कमांडर की जिम्मेदारी सौंपी गई है. एसपी करनाल सेफ्टी ऑफिसर व डीआईपीआरओ करनाल इंफॉर्मेशन एवं मीडिया ऑफिसर और सीटीएम करनाल लाइन ऑफिसर रखे गए हैं. इसके आगे तीन सेक्शन बनाए जाएंगे. जिसमे ऑपरेशनल सेक्शन, प्लानिंग सेक्शन और लॉजिस्टिक्स सेक्शन शामिल है. इन तीनों सेक्शनो में अलग-अलग विभागों के अधिकारी शामिल किए गए हैं सभी को उनकी जिम्मेदारियां सौंपी गई है.

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