कोरोना में बड़े काम का है जामुन, डायबिटीज नहीं अन्‍य रोगों में भी है बेहद गुणकारी, जानें कैसे करें इस्‍तेमाल

पानीपत । आमतौर पर जामुन मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन वहीं इसके कई अन्य फ़ायदे जानकर आप दंग रह जाएंगे. यह विटामिन C से भरपूर जामुन बड़े काम की चीज़ है, कोरोना के संक्रमण के वक्त तो यह और ज्यादा फ़ायदेमंद होता है. लू लग जाने की स्थिति में ठंडी तासीर के जामुन राहत देते हैं, इसमें पेट को ठंडा रखने वाले तत्व होते हैं. आमतौर पर छाती में जलन होने पर जामुन खाने से आराम मिलता है कहा जाता है कि जामुन की पत्तियां भी गुणकारी होती हैं. मधुमेह की बीमारी में काम आती हैं, और इससे पाचन भी ठीक रहता है.

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डाइटिशियन श्रेया मिड्ढा कहती हैं, कि जामुन खाने के बाद उसकी गुठली से फेसपैक बना सकते हैं. गुठली को पीसकर आधा चम्मच लें, तो कई सारी बीमारियों से बचा जा सकता है, अब तो अस्पतालों में भी डाइट के तौर पर जामुन दिया जाने लगा है.

डॉ. मिड्ढा आगे कहती हैं कि जामुन खाने से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है इसके बीज में फ्लेवोनोइड और फेनोलिक यौगिक भी होते हैं। एंटीआक्सीडेंट होने के कारण हानिकारक मुक्त कणों को शरीर से दूर रखते हैं, इसीलिए हमारी इम्युनिटी बढ़ती है और कोरोना काल में इम्युनिटी की बहुत डिमांड है, एंटीआक्सीडेंट होने के कारण ही रक्त चाप में नियंत्रण रखने में मदद करता है, फाइबर होने से पेट सुरक्षित रहता है और वजन भी कम करता है.

प्रति 100 ग्राम जामुन में कौन-कौन से तत्त्व होते हैं?

  • विटामिन C – 18 Mg
  • ऊर्जा – 62 कैलरी
  • कैल्शियम – 15 Mg
  • फास्फोरस – 15 Mg
  • पोटैशियम – 55 Mg
  • मैग्नीशियम – 5 Mg

डायबिटीज में रामबाण

डायबिटीज के मरीजों के लिए जामुन कोई रामबाण से कतई कम नहीं हैं, गर्मी के दिनों में डाइटिशियन जामुन खाने की सलाह दी जाती है, जामुन से अनेक तरह की दवाई बनाई जाती हैं जानकारी के मुताबिक़ 500 मिलीग्राम जामुन के बीजों को सुखाकर चूर्ण बना सकते हैं, दिन में 3 बार लेने से मधुमेह नियंत्रित होता है, बता दें कि ढाई सौ ग्राम जामुन को पानी में उबालें, ठंडा होने पर इसे कपड़े में डालकर मसलें, और इसे दिन में 3 बार पीएं.

मुहांसे भगाएं

मुहांसे कम करना है तो जामुन के रस का भरपूर उपयोग करें, जामुन की गुठली और पत्तियों को बेसन के साथ मिलाकर त्वचा पर लगाएं यह तेल को त्वचा पर आने से रोकता है कषाय गुण से त्वचा के विकारों में फायदेमंद रहता है।

गुठली का इस्तेमाल कैसे करें?

जामुन की गुठली बड़े ही काम की चीज़ होती है, इसे फैकें न, बशर्ते धो लें. फिर कपड़े में लपेटकर धूप में सुखाएं, तेज धूप में दो दिन में आसानी से सूख जाएगी और फिर इसे मिक्सी में आसानी से पीस लें, फिर आधा चम्मच पाउडर खाली पेट खाएं अगर इसे चेहरे पर लगाते हैं तो ज्यादा फायदेमंद रहता है.

फायदे

  • कान में पस निकलने या घाव आने से जामुन कि गुठली को घोट लें, शहद मिलाएं और दो बूंद कान में डालें दर्द ठीक हो जाएगा.
  • अगर आप के मुंह में छाले हो रहे हैं तो जामुन के पत्तों के रस से कुल्ला करें आराम मिलेगा.
  • जामुन के पत्तों की राख को दांतों और मसूड़ों से मसलें, इससे मजबूती बढ़ती है पाइरिया ठीक होता है.
  • 20 मिली लीटर जामुन के रस का सेवन करने से गले के रोग ठीक हो जाते हैं.
  • दस्त होने पर जामुन के पत्त्ते का रस बनाएं, और बकरी के दूध के साथ पीएं.
  • लीवर में सूजन होने पर गुठली का रस पीएं, सिरका ही दस मिली रोजाना लेने से लाभ होता है।
  • पीलिया होने, खून की कमी आने पर 15 मिली रस में 2 चम्मच शहद मिलाएं. इसे सामान्य तौर पर पीने पर आराम मिलता है.
  • अगर आप के जोड़ो में दर्द है तो इसकी जड़ को उबालकर पीसे, जोड़ो पर रगड़ने से दर्द में आराम मिलता है.
  • अगर पथरी है तो पका हुआ फल खाएं, पथरी गल सकती है, जामुन के 10 मिली रस में सेंधा नमक मिलाएं, दिन में 2 से 3 बार पीएं. पथरी टूटकर बाहर निकल सकती है.

गौरतलब है कि इसका ज्यादा उपयोग न करें, क्योंकि यह देर से पचता है, आप के फेफडों को दिक्कत आ सकती है, नमक लगाकर खाएं.

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