President Election 2022: द्रौपदी मुर्मू Vs यशवंत सिन्हा, किसके सर सजेगा ताज, देखें वोटों का गणित

नई दिल्ली | राष्ट्रपति चुनाव 2022 के प्रत्याशी चयन के बाद राजनीतिक गहमागहमी शुरू हो गई है. सत्तापक्ष एनडीए ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल और ओड़िशा की पूर्व मंत्री द्रौपदी मुर्मू को जबकि विपक्ष ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. दोनों ही उम्मीदवार झारखंड से ताल्लुक रखते हैं और दोनों ही नामों का पहले कही कोई जिक्र नहीं था. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 21 जुलाई को रायसीना हिल्स का ताज किस उम्मीदवार के सिर सजेगा. आइए जानते हैं राष्ट्रपति चुनाव में क्या है, वोटों का आंकड़ा, विपक्ष की क्या हैं स्थिति और एनडीए का क्या है समीकरण.

draupadi murmu

यह है राष्ट्रपति चुनाव में वोटों का गणित

• राष्ट्रपति चुनाव में विधायक, लोकसभा और राज्यसभा सदस्य डालते हैं वोट.

• चुनाव में कुल 4,809 सांसद व विधायक वोटिंग करेंगे. इनमें 776 सांसद (लोकसभा व राज्यसभा के चुने गए सदस्य) और 4,033 विधायक होंगे.

• सांसदों और विधायकों के वोट का मूल्य अलग होता है. मतदाता द्वारा एक ही वोट में कई प्रत्याशियों को प्राथमिकता तय की जाती है.

• 5,43,200 है सांसदों के कुल वोट का मूल्य, एक मत का मूल्य 700 है.

• सभी विधायकों के मतों के मूल्य को कुल सांसदों की संख्या से भाग देकर एक संसद सदस्य के वोट का मूल्य तय होता है.

• 5,43,231 है विधायकों के कुल वोटों का मूल्य.

. 208 है उत्तर प्रदेश के एक विधायक के वोट का मूल्य, जो राज्यों में सर्वाधिक है.

. 7 है सिक्किम के एक विधायक के वोट का मूल्य, यह सबसे कम वोट मूल्य है.

विपक्ष की स्थिति

• कांग्रेस की अगुआई वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के पास लगभग 2,59,800 वोट है. इसमें कांग्रेस के पास सर्वाधिक लगभग 1,45,000 वोट है.

• गैर संप्रग विपक्षी पार्टियों की बात करें तो उनके पास लगभग 2,92,800 वोट हैं. संयुक्त रूप से विपक्षी दलों के पास 5,52,000 से ज्यादा वोट हैं.

• हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव के कारण दलों के वोटों की संख्या में थोड़ा बदलाव हो सकता है, लेकिन यह इतना नहीं होगा कि चुनाव को बड़े स्तर पर प्रभावित कर सके.

यह हैं समीकरण

• बीजेपी की अगुआई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पास कुल 10.86 लाख वोटों के पचास प्रतिशत से थोड़ा कम 5,26,420 वोट हैं.

• ऐसे में राजग को किसी दूसरी पार्टी का समर्थन लेना पड़ेगा, जिसमें वाईएसआर कांग्रेस और बीजू जनता दल हैं. इस संबंध में बीते दिनों वाईएसआर कांग्रेस के प्रमुख जगनमोहन और बीजद के प्रमुख नवीन पटनायक दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर चुके हैं.

• राजग को राष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए लगभग 13,000 वोट की कमी है और बीजद के पास 31 हजार से अधिक मत हैं जबकि वाईएसआर कांग्रेस के पास 43,000 से ज्यादा मत हैं. स्वाभाविक है कि इनमें से किसी एक का भी समर्थन राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की जीत के लिए पर्याप्त होगा. दोनों दलों ने साल 2017 में राजग के प्रत्याशी राम नाथ कोविन्द को समर्थन दिया था.

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