पढ़ें इनसाइड स्टोरी: रोहतक हत्याकांड में इकलौता बेटा ही निकला कातिल, ऐसे दिया वारदात को अंजाम

रोहतक । रोहतक के विजय नगर में 27 अगस्त को हुएं चौहरे हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. रिश्तों का कत्ल करने वाला कोई और नहीं, बल्कि खुद उनका बेटा ही निकला. पुलिस ने बुधवार सुबह इस मामले की गुत्थी सुलझाते हुए आरोपित को हिरासत में ले लिया है. हालांकि पुलिस ने अभी तक हत्या के कारणों का खुलासा नहीं किया है. इससे पहले आरोपित से घटनास्थल की निशानदेही करवाई जाएगी और हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार भी बरामद किया जाएगा. रोहतक एसपी राहुल शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इस चौहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी अभिषेक ही है और उसने ही अपने माता-पिता, बहन और नानी का मर्डर किया है.

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यह था मामला

विजय नगर के रहने वाले प्रोपर्टी डीलर प्रदीप उर्फ बबलू पहलवान , पत्नी बबली, बेटी तमन्ना और सास रोशनी देवी को 27 अगस्त को घर में घुसकर दिनदहाड़े गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया था. तीन की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि घायल तमन्ना ने रविवार को पीजीआई रोहतक में दम तोड़ दिया था. इस मामले में प्रोपर्टी डीलर के साले प्रवीण की तरफ से अज्ञात हमलावरों के खिलाफ शिवाजी कालोनी थाने में मामला दर्ज करवाया गया था. पुलिस के शक की सुई शुरुआती जांच से ही नजदीकियों पर घूम रही थी.

बेटे अभिषेक ने पुलिस के सामने बनाई यह कहानी

इस हत्याकांड के बाद परिवार में इकलौता 19 वर्षीय बेटा अभिषेक बच गया था. उसके बचने के पीछे की वजह बताई गई कि वह कोचिंग सेंटर पर गया हुआ था. अभिषेक ने पुलिस को बताया कि जब वह घर पहुंचा तो मुख्य द्वार अंदर से बंद था. काफी देर तक आवाज देने पर भी जब किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो उसे किसी अनहोनी की आंशका हुईं. इस दौरान पड़ोसी भी वहां इकट्ठा हो गए और साथ लगते मकान से सीढ़ी लगाकर घर की छत पर पहुंचा. पहली मंजिल पर बने कमरे के दरवाजे के नीचे से खून बह रहा था. मैंने यह सब देखकर जोर से चिल्लाना शुरू किया तो चाचा के परिवार के सदस्य आएं और उन्होंने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो वहां ख़ून से लथपथ तमन्ना तड़प रही थी. उसकी मां व नानी की लाश नीचे जमीन पर पड़ी थी जबकि पापा का शव नीचे वाले कमरे में पड़ा था.

सीसीटीवी में पुलिस को नहीं मिला सुराग

पुलिस ने इस हत्याकांड के बाद गली व आसपास के मकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली लेकिन कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा. पुलिस को तभी अहसास हो गया था कि इस हत्याकांड के पीछे किसी नजदीकी का ही हाथ है. अभिषेक भी पुलिस को हर बार नई कहानी सुना रहा था तो पुलिस का शक और गहरा गया और उन्होंने सख्ती बरतनी शुरू की तो सच्चाई सामने आनी शुरू हो गई. पुलिस ने मंगलवार देर रात अभिषेक को हिरासत में लिया और बुधवार सुबह वारदात का खुलासा कर दिया.

बी.कॉम का छात्र है अभिषेक

19 वर्षीय अभिषेक शहर के ही एक कालेज से बी. काम की पढ़ाई कर रहा है. हत्याकांड वाले दिन से ही पुलिस की पैनी नजर अभिषेक पर थी. पुलिस ने वारदात के बाद अभिषेक को खुला भी छोड़ा ताकि उसकी हर एक गतिविधि पर नजर रखी जा सके. उसकी गतिविधियां पुलिस से दूर होते ही संदेह के घेरे में आ गई थी.

रेलूराम पूनिया हत्याकांड की यादें ताजा

इस हत्याकांड ने करीब 20 साल पहले हिसार जिले के उकलाना क्षेत्र में रेलूराम पूनिया हत्याकांड की यादें ताजा कर दी है. वहां भी प्रोपर्टी के लिए रिश्तों का खूनी खेल खेला गया था और निर्दलीय विधायक रेलूराम पूनिया समेत परिवार के आठ लोगों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी. इन लोगों की हत्या रेलूराम पूनिया की बेटी सोनिया व दामाद संजीव ने की थी. इस पूरे हत्याकांड और उसके बाद हुएं खुलासे ने पूरे प्रदेश को हैरत में डाल दिया था. सोनिया और संजीव को इस जघन्य हत्याकांड के लिए कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी.

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