फरीदाबाद में बारिश से लोगों को गर्मी से मिली राहत, जाने हरियाणा के किन-किन क्षेत्रों में आज बदलेगा मौसम

करनाल।हरियाणा में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है. हालांकि वीरवार को फरीदाबाद में हुई बारिश से लोगों को कुछ हद तक राहत पहुंची है लेकिन प्रदेश के बाकी हिस्सों में लू का प्रकोप जारी है. पश्चिमी विक्षोभ की स्थिति पर गौर फ़रमाया जाए तो जम्मू-कश्मीर में एक पश्चिमी विक्षोभ की एंट्री हो चुकी है. दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फैली एक टर्फ रेखा के साथ, पंजाब और हरियाणा के उत्तरी भागों में प्रेरित परिसंचरण चिह्नित है.

BARISH HARYANA

15 अप्रैल तक पहाड़ी इलाकों में बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है, जिसकी तीव्रता कम होने के क्रम में है. पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की तलहटी और उत्तरी भागों में कुछ स्थानों पर प्री-मानसून गरज, धूल भरी आंधी चलने की संभावना जताई जा रही है. दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तलहटी तक तेज मौसम की गतिविधियां बढ़ सकती हैं. मैदानी क्षेत्रों में हल्की गतिविधियों का दौर शाम और रात को देखने को मिल सकता है.

 

अब तक गायब रही हैं प्री- मानसून की गतिविधियां

 

मौसम विभाग ने बताया है कि उत्तर भारत के पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों को अब तक प्री-मानसून मौसम की गतिविधियां गायब रही हैं. मार्च के महीने में, उत्तर पश्चिम भारत में अत्यधिक कमी रही और 47.5 मिमी के सामान्य के मुकाबले 5.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई. मैदानी इलाकों में तो यह योगदान बिल्कुल ही शुन्य रहा.

वहीं अप्रैल महीने में इस कमी में और बढ़ोतरी हो गई है. महीने का एक तिहाई हिस्सा पूरी तरह से सूखा रहा है. स्पष्ट रूप से, इस क्षेत्र में 01 मार्च -13 अप्रैल के बीच वर्षा 59.6 मिलीमीटर के सामान्य के मुकाबले 5.2 मिलीमीटर बनी हुई है. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में अब तक आधे अप्रैल में लोगों को भयंकर गर्मी का सामना करना पड़ रहा है.

आने वाले सात दिनों में मौसमी गतिविधियां

पूरे क्षेत्र में मौसम के मिजाज में बदलाव की संभावना जताई गई है. अगले 7 दिनों के दौरान एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय से गुजरने की संभावना है. इन मौसम प्रणालियों को मैदानी क्षेत्रों में प्रेरित चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र का सहयोग मिलेगा. स्थानीय गर्मी की सहायता से दोहरी प्रणालियों का जमा प्रभाव, पहाड़ों, तराई इलाके और मैदानी इलाकों के विषम इलाकों में बहुप्रतीक्षित प्री-मानसून गतिविधि को गति देगा.

अमृतसर, जालंधर, पठानकोट, रोपड़, चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, करनाल और यमुना नगर में 19 और 20 अप्रैल को गरज के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है. एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ भीषण गर्मी से कुछ हद तक राहत पहुंचा सकते हैं.

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