चीन के वुहान में कोरोना के नए वेरिएंट ने लिया जन्म, कई देशों में पहुंचा वायरस

नई दिल्ली | कोरोनावायरस महामारी का खतरा अभी टला नहीं है. Omicron के नए सब-वेरिएंट की शुरुआत के साथ, गेम एक बार फिर पलट गया है. चीन, ब्रिटेन, अमेरिका, एशिया और यूरोप के कुछ देशों में कोरोना के नए मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. Omicron वेरिएंट के कुछ सब-वेरिएंट चीन में पाए गए हैं, जो अब कई देशों में पहुंच चुके हैं. इनकी वजह से कई देशों में नए मामलों की संख्या में तेजी आई है.
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चीन में रोजाना करीब एक हजार नए मामले सामने आ रहे हैं, जिसके चलते कुछ शहरों में फिर से लॉकडाउन कर दिया गया है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि जिस रफ्तार से कोरोना ने वापसी की है, उसे देखते हुए एक हफ्ते के अंदर यूरोप में कोरोना की नई लहर आ सकती है. इससे पहले विशेषज्ञ आगाह कर चुके हैं कि आने वाली सर्दी में दुनिया को कोरोना की एक नई लहर का सामना करना पड़ सकता है.

अगर हम भारत की बात करें, तो यहां भी ओमाइक्रोन का एक्सबीबी वेरिएंट (बीए.2.75 और बीजे.1 से मिलकर बना वेरिएंट) पहुंच गया है और इसके कई मामले महाराष्ट्र और केरल में पाए गए हैं। कुछ दिनों पहले Omicron के नए वेरिएंट BQ.1 की वजह से कई देशों में नए मामलों की संख्या में भारी इजाफा हुआ था.

चीन में फिर से लॉकडाउन

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में रोजाना 1000 से ज्यादा नए मामले दर्ज हो रहे हैं. इसके चलते ग्वांगझू, वुहान और जिनिंग जैसे कई शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है. आलम यह है कि क्रेन के जरिए मरीजों को उठाया जा रहा है

एक हफ्ते में यूरोप में आ सकती है नई लहर

यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) ने चेतावनी दी है कि यूरोप में ‘एक हफ्ते के भीतर’ COVID-19 की एक नई लहर आने की उम्मीद है. स्वास्थ्य एजेंसी ने यह भी चेतावनी दी कि टीकों की आपूर्ति की तुलना में वायरस के नए रूप तेजी से विकसित हो रहे हैं.

नया संस्करण BQ.1 एक नया खतरा

भारत समेत कई देशों में कोरोना के नए मामलों के बढ़ने की असली वजह BQ.1 वैरिएंट है. यह ओमाइक्रोन संस्करण BA.5 का उप-संस्करण है. इसके साथ BQ.1.1 सब-वेरिएंट भी तेजी से बढ़ रहा है. इससे चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, एशिया और यूरोप के कई देशों में नए मामले बढ़ रहे हैं.

प्रतिरक्षा को चकमा देने वाला नया संस्करण

Omicron संस्करण अपनी स्थापना के बाद से हल्का है और इसके उप-प्रकार बहुत मजबूत नहीं हैं. बेशक यह हल्का है लेकिन इसमें तेजी से संचार करने की क्षमता है. चिंताजनक बात यह है कि इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता को चकमा देने की पूरी क्षमता है.

इस बार इस लक्षण से होगी सबसे ज्यादा तकलीफ

चूंकि यह उन लोगों को भी संक्रमित कर सकता है जिन्हें कोरोना का टीका लगाया गया है, इसलिए अलग-अलग लोगों में इसके लक्षण भी अलग-अलग हो सकते हैं. ज़ो हेल्थ स्टडी के अनुसार, जिन लोगों को टीका लगाया गया है, उनमें नाक बहना सबसे आम लक्षण बन सकता है.

ये लक्षण उन लोगों में देखे जा सकते हैं जिनके दोनों टीके लग चुके हैं

गला खराब होना
बहता नाक
बंद नाक
लगातार खांसी
सिरदर्द

ये लक्षण उन लोगों में देखे जा सकते हैं जिन्हें एक टीका लगाया गया है

सिरदर्द
बहता नाक
गला खराब होना
छींक आना
लगातार खांसी

इन लक्षणों पर भी रखें नजर

महामारी के शुरुआती दिनों से ही बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ को कोरोना का क्लासिक लक्षण माना जाता था. हालांकि, अब ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द और गले में खराश जैसे लक्षणों को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

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