हरियाणा में अब अध्यापन प्रक्रिया सरल बनाने की ओर दिया जा रहा जोर, बोर्ड चेयरमैन ने कही ये बात

भिवानी | हरियाणा बोर्ड चेयरमैन ने शुक्रवार को बोर्ड मुख्यालय में प्रदेश भर के विषय विशेषज्ञों के साथ बैठक कर 9वीं से 12वीं कक्षा तक की अध्यापन प्रक्रिया को ओर अधिक सरल बनाने व बोर्ड परीक्षाओं में अंकन योजना को चरणबद्ध तैयार करके बोर्ड की अगली परीक्षाओं में अनिवार्य रूप से लागू करने पर भी जोर दिया है.

Haryana Board

विषय विशेषज्ञों से किए विचार सांझा

शुक्रवार को बोर्ड मुख्यालय पर बोर्ड चेयरमैन डॉ. वीपी यादव ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कक्षा 9वीं से 12वीं की पाठ्यचर्या में गुणात्मक सुधार की दशा में आवश्यक कदम उठाने बारे विषय विशेषज्ञों से विचार सांझा किए. उन्होंने कहा कि शिक्षा बोर्ड पूर्व में अपनाए जा रहे पाठ्यक्रम में सकारात्मक सुधार कर रहा है ताकि बच्चें भविष्य में गुणात्मक शिक्षा पा सकें.

इसके अतिरिक्त उन द्वारा आज की कक्षा कक्ष में अध्यापन प्रक्रिया को अध्यापक के माध्यम से और अधिक सरल एवं तर्कशील बनाने की दिशा में अहम कदम उठाने पर जोर देने को कहा गया, जिससे विद्यार्थियों में पठन-पाठन की क्रिया को समझकर आगे बढ़ने में सकारात्मक सहयोग मिल सके. कार्यक्रम में अंकन योजना को चरणबद्ध तैयार करके बोर्ड की अगली परीक्षाओं में अनिवार्य रूप से लागू करने पर भी जोर दिया गया. अब आगे अंकन प्रक्रिया के तहत परीक्षा में पूछे गए प्वाइंटों के अनुसार अंक दिए जाएंगे.

विद्यार्थियों का मूल्याकंन सही प्रकार से होगा

बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष डॉ. जगबीर मदद करेंगे. सिंह द्वारा इस कार्यशाला में उठाए जा रहे गुणात्मक सुधारात्मक कदमों के लिए वर्तमान प्रशासन की खुले मन से प्रशंसा की तथा उम्मीद जताई गई कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के अनुरूप सुधारात्मक कदम उठाने वाला हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड देश का पहला बोर्ड होगा. डॉ. जगबीर सिंह ने कौशल शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि कौशल आधारित शिक्षा छात्रों को औद्योगिक रूप से अधिक कुशल बनाने और उनके व्यावहारिक कौशल को बढ़ाने में बोर्ड सचिव कृष्ण कुमार ने कहा कि अध्यापन के साथ-साथ प्रधानाचार्य उपस्थित रहे. विद्यार्थियों का मूल्याकंन सही प्रकार से करने पर ही बेहतर परिणाम मिलने की संभावना है.

समीक्षा कार्यक्रम 24 मार्च को

गौरतलब है कि 23 फरवरी को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने एक मीटिंग कर शैक्षिक सत्र 2023-24 के लिए कक्षा 9वीं से 12वीं के विस्तृत पाठ्यक्रम, प्रश्न-पत्र डिजाइन, सैम्पल पत्र-पत्र एवं विस्तृत मूल्यांकन योजना को तैयार करने के लिए बैठक की थी. इसी कड़ी में शुक्रवार को बोर्ड परिसर में प्रदेशभर में शिक्षा जगत से जुड़े 45 विषय विशेषज्ञों एवं मुख्य संसाधन व्यक्तियों ने बैठक की. यह कार्यक्रम तीन चरणों में संपन्न होना है, द्वितीय चरण में 21 मार्च व तीसरे चरण में समीक्षा कार्यक्रम 24 मार्च को होना है.

बैठेक में ये लोग रहे मौजूद

बैठक में मुख्य संसाधन व्यक्ति के रूप में डॉ. नवीन कुमार पिपलानी, इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर की उप कुलसचिव डॉ. शालिनी यादव, राव अभयसिंह कॉलेज रेवाड़ी के प्रधानाचार्या डॉ. राहुल कांत, राजकीय कॉलेज हिसार व एएम कॉलेज रेवाड़ी व अन्य कॉलेजों से प्रधानाचार्य उपस्थित रहे.

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